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छात्र संघ चुनाव 2022, इस फैसले से बढ़ जाएगी छात्रों की भागीदारी, जानें क्या

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Published : Aug 17, 2022, 7:59 AM IST

Updated : Aug 17, 2022, 1:17 PM IST

राजस्थान विवि में आगामी 26 अगस्त को छात्रसंघ चुनाव होने हैं, इसे लेकर आचार संहिता 17 अगस्त से लागू कर दी गई है. अजमेर में पिछले कई दिनों से छात्र आंदोलनरत थे मुख्य वजह परीक्षाओं और चुनावों के बीच का क्लैश था. इस सबके बीच अजमेर स्थित एमडीएसयू यानी महर्षि दयानंद सरस्वती यूनिवर्सिटी के प्रबंध बोर्ड ने कई अहम फैसले लिए हैं. जिसमें छात्रों की भागीदारी बढ़े इसे लेकर आंशिक बदलाव शामिल हैं.

MDSU On Student Union Election 2022
प्रबंध बोर्ड से छात्र खुश हुए

अजमेर. महर्षि दयानंद सरस्वती यूनिवर्सिटी (MDSU) की 101 वीं प्रबंध बोर्ड बैठक में छात्र संघ चुनाव को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. छात्र संघ चुनाव 2022 (Rajasthan Student Union 2022 Election) में अधिक से अधिक विद्यार्थियों की सहभागिता सुनिश्चित हो, इसके लिए बोर्ड ने छात्र संघ चुनाव के संविधान- क्लॉज 7(a) में सत्र 2022-23 के लिए आंशिक परिवर्तन किया है. विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों की ओर से संचालित पाठ्यक्रमों के प्रथम सेमेस्टर, पूर्वार्द्ध में विद्यार्थियों को शर्तों के अधीन अस्थाई प्रवेश दिए जाने का निर्णय लिया गया है.

छात्र संगठनों में खुशी: अस्थाई प्रवेश देकर मतदान करने का और चुनाव लड़ने का अधिकार देने की मांग को लेकर विभिन्न छात्र संगठन के कार्यकर्ता एकजुट होकर आंदोलनरत थे. प्रबंध बोर्ड की बैठक में हुए निर्णय के बाद छात्र संगठनों के कार्यकर्ता भी खुश हैं. इससे उम्मीद है कि कैंपस में अब आंदोलन की जगह चुनावी सरगर्मियां बढ़ेंगी. वहीं छात्र संगठन अब प्रत्याशियों की घोषणा भी जल्द कर पाएंगे.

क्यों थे नाराज?: बता दें कि एमडीएसयू में कई विषयों की परीक्षाओं का दौर जारी है. यही वजह है कि परीक्षा परिणाम न आने की वजह से दाखिले भी नहीं हो रहे थे. इसका असर छात्र संघ चुनाव पर भी पड़ रहा था. राज्य सरकार ने 26 अगस्त को छात्र संघ चुनाव की तिथि घोषित कर दी. यही छात्र नेताओं की नाराजगी का सबब बनी. तर्क था कि तय तिथि तक प्रवेश प्रक्रिया न होने से मतदाताओं की संख्या तो कम ही रहेगी. जिसका सीधा असर मतों की संख्या पर पड़ेगा. इसे ध्यान में रख छात्र संगठन एक जुट होकर अस्थाई प्रवेश दिए जाने की मांग को लेकर आंदोलनरत थे. विद्यार्थियों का आरोप था कि चूंकि एमडीएसयू ऑटोनॉमस बॉडी है इसलिए यहां राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव को लेकर हुए निर्णयों को थोपना गलत है. एमडीएसयू अपने स्तर पर प्रबंध बोर्ड की बैठक में निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है. विद्यार्थियों की मांग पर मंगलवार को एमडीएसयू में प्रबंध बोर्ड की 101वीं बैठक हुई, बैठक में छात्र संघ चुनाव को लेकर चर्चा हुई और सशर्त अस्थाई प्रवेश देने को लेकर निर्णय हुआ.

निर्णयों से कुलपति ने कराया अवगत: विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि छात्र संघ चुनाव 2022 को लेकर प्रबंध बोर्ड की बैठक में चर्चा की गई. छात्र संघ चुनाव में ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों की सहभागिता हो इसके लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय प्रबंध बोर्ड की बैठक में लिए गए हैं. जिसके तहत विद्यार्थी 17 अगस्त दोपहर 2 बजे तक आवश्यक रूप से अपनी न्यूनतम निर्धारित योग्यता के आधार पर यूनिवर्सिटी में संचालित स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम/ पाठ्यक्रमों के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. साथ ही आवेदन की हार्ड कॉपी सभी दस्तावेजों के साथ तय की गई फीस जो 100 रुपए है के साथ नॉन जुडिशियल स्टांप पेपर पर जमा करानी है. इसके साथ ही शपथ पत्र में 5 हजार रुपए भी शामिल होंगे, जो विश्वविद्यालय के कैश काउंटर पर (संबंधित विभाग में ) जमा कराए जाएंगे.

इन Formalities को पूरा करने वाले विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की ओर से अस्थाई प्रवेश दिया जाएगा. ऐसे विद्यार्थी छात्र संघ चुनाव 2022 में मतदान एवं प्रत्याशी के रूप में चुनाव में भाग ले सकते हैं. कुलपति के मुताबिक जमा स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में स्थाई प्रवेश के आधार पर छात्रसंघ पदाधिकारी पद पर निर्वाचित होने वाले विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर विभाग की निर्धारित प्रवेश प्रक्रिया 2022-23 से प्रविष्ट होने के बाद स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम सत्र 2022-23 का नियमित विद्यार्थी होना आवश्यक है.

पढ़ें-एमडीएस यूनिवर्सिटी में छात्र संगठनों का प्रदर्शन, पीजी दाखिले की प्रक्रिया जारी रखने की मांग

प्रबंध बोर्ड की बैठक में यह भी हुए निर्णय:

- स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में अस्थाई आधार पर 2022-23 छात्रसंघ पदाधिकारी के रूप में निर्वाचित विद्यार्थी तृतीय वर्ष/ अन्य अंतिम सेमेस्टर में परीक्षा में पूरक, अनुत्तरिण होने पर अथवा अन्य किसी भी कारण से मेरिट में नहीं आने पर विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम सत्र 2022-23 में प्रवेश से वंचित होने पर उसका निर्वाचन स्वत ही निरस्त माना जाएगा.

-विश्व विद्यालय के समस्त विभागों के अंतर्गत संचालित होने वाले स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया छात्र संघ चुनाव 2022 के संपन्न होने और आवश्यक परिणाम मौके जारी होने के बाद उन्हें निर्धारित प्रक्रिया अपनाई जा कर ही संपन्न की जाएगी.

-छात्र संघ चुनाव 2022 के मद्देनजर आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने की वजह से समस्त पुनर्मूल्यांकन, गोपनीय परीक्षा परिणाम, परिणाम संशोधन इत्यादि कार्य चुनाव संपन्न होने तक स्थगित किए जाएंगे.

-सत्र 2021-22 किस सेमेस्टर पद्धति के अंतिम सेमेस्टर के स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थी जो वर्तमान में नियमित रूप से विभिन्न पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत हैं (जिन की परीक्षाएं बकाया होकर सेमेस्टर में नियमित अध्ययनरत हैं) ऐसे छात्र चुनाव में मतदाता एवं प्रत्याशी के लिए योग्य होंगे। जिन विद्यार्थियों की टर्मिनल एंड (सत्रांत) की परीक्षा पूरी तरह से संपन्न हो चुकी है। वह विद्यार्थी मतदान के लिए एलिजिबल नहीं होंगे.

-विश्वविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रमों में न्यूनतम विद्यार्थियों का प्रवेश नहीं होने और कोर्स संचालन के नहीं होने की स्थिति में विद्यार्थी का अस्थाई प्रवेश स्वता ही निरस्त माना जाएगा और उसका निर्वाचन भी निरस्त कर दिया जाएगा.

-विश्वविद्यालय संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में आवंटित सीटों में वरीयता सूची (आरक्षण नीति के अनुसार) में नही आने पर संबंधित विद्यार्थी को प्रवेश नहीं दिया जा सकेगा. ऐसे विद्यार्थियों का अस्थाई प्रवेश स्वत ही निरस्त माना जाकर उसका निर्वाचन भी निरस्त माना जाएगा.

- ऐसे समस्त विद्यार्थी जिनकी परीक्षाएं प्रक्रियाधीन है, उन्हें भी मतदान के लिए पात्र माना जाएगा. साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया है कि यह प्रवेश व्यवस्था केवल सत्र 2022-23 के लिए आयोजित छात्र संघ चुनाव 2022 के लिए ही लागू रहेगी भविष्य के लिए इसे उदाहरण ही माना जाएगा.

अजमेर. महर्षि दयानंद सरस्वती यूनिवर्सिटी (MDSU) की 101 वीं प्रबंध बोर्ड बैठक में छात्र संघ चुनाव को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. छात्र संघ चुनाव 2022 (Rajasthan Student Union 2022 Election) में अधिक से अधिक विद्यार्थियों की सहभागिता सुनिश्चित हो, इसके लिए बोर्ड ने छात्र संघ चुनाव के संविधान- क्लॉज 7(a) में सत्र 2022-23 के लिए आंशिक परिवर्तन किया है. विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों की ओर से संचालित पाठ्यक्रमों के प्रथम सेमेस्टर, पूर्वार्द्ध में विद्यार्थियों को शर्तों के अधीन अस्थाई प्रवेश दिए जाने का निर्णय लिया गया है.

छात्र संगठनों में खुशी: अस्थाई प्रवेश देकर मतदान करने का और चुनाव लड़ने का अधिकार देने की मांग को लेकर विभिन्न छात्र संगठन के कार्यकर्ता एकजुट होकर आंदोलनरत थे. प्रबंध बोर्ड की बैठक में हुए निर्णय के बाद छात्र संगठनों के कार्यकर्ता भी खुश हैं. इससे उम्मीद है कि कैंपस में अब आंदोलन की जगह चुनावी सरगर्मियां बढ़ेंगी. वहीं छात्र संगठन अब प्रत्याशियों की घोषणा भी जल्द कर पाएंगे.

क्यों थे नाराज?: बता दें कि एमडीएसयू में कई विषयों की परीक्षाओं का दौर जारी है. यही वजह है कि परीक्षा परिणाम न आने की वजह से दाखिले भी नहीं हो रहे थे. इसका असर छात्र संघ चुनाव पर भी पड़ रहा था. राज्य सरकार ने 26 अगस्त को छात्र संघ चुनाव की तिथि घोषित कर दी. यही छात्र नेताओं की नाराजगी का सबब बनी. तर्क था कि तय तिथि तक प्रवेश प्रक्रिया न होने से मतदाताओं की संख्या तो कम ही रहेगी. जिसका सीधा असर मतों की संख्या पर पड़ेगा. इसे ध्यान में रख छात्र संगठन एक जुट होकर अस्थाई प्रवेश दिए जाने की मांग को लेकर आंदोलनरत थे. विद्यार्थियों का आरोप था कि चूंकि एमडीएसयू ऑटोनॉमस बॉडी है इसलिए यहां राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव को लेकर हुए निर्णयों को थोपना गलत है. एमडीएसयू अपने स्तर पर प्रबंध बोर्ड की बैठक में निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है. विद्यार्थियों की मांग पर मंगलवार को एमडीएसयू में प्रबंध बोर्ड की 101वीं बैठक हुई, बैठक में छात्र संघ चुनाव को लेकर चर्चा हुई और सशर्त अस्थाई प्रवेश देने को लेकर निर्णय हुआ.

निर्णयों से कुलपति ने कराया अवगत: विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि छात्र संघ चुनाव 2022 को लेकर प्रबंध बोर्ड की बैठक में चर्चा की गई. छात्र संघ चुनाव में ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों की सहभागिता हो इसके लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय प्रबंध बोर्ड की बैठक में लिए गए हैं. जिसके तहत विद्यार्थी 17 अगस्त दोपहर 2 बजे तक आवश्यक रूप से अपनी न्यूनतम निर्धारित योग्यता के आधार पर यूनिवर्सिटी में संचालित स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम/ पाठ्यक्रमों के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. साथ ही आवेदन की हार्ड कॉपी सभी दस्तावेजों के साथ तय की गई फीस जो 100 रुपए है के साथ नॉन जुडिशियल स्टांप पेपर पर जमा करानी है. इसके साथ ही शपथ पत्र में 5 हजार रुपए भी शामिल होंगे, जो विश्वविद्यालय के कैश काउंटर पर (संबंधित विभाग में ) जमा कराए जाएंगे.

इन Formalities को पूरा करने वाले विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की ओर से अस्थाई प्रवेश दिया जाएगा. ऐसे विद्यार्थी छात्र संघ चुनाव 2022 में मतदान एवं प्रत्याशी के रूप में चुनाव में भाग ले सकते हैं. कुलपति के मुताबिक जमा स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में स्थाई प्रवेश के आधार पर छात्रसंघ पदाधिकारी पद पर निर्वाचित होने वाले विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर विभाग की निर्धारित प्रवेश प्रक्रिया 2022-23 से प्रविष्ट होने के बाद स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम सत्र 2022-23 का नियमित विद्यार्थी होना आवश्यक है.

पढ़ें-एमडीएस यूनिवर्सिटी में छात्र संगठनों का प्रदर्शन, पीजी दाखिले की प्रक्रिया जारी रखने की मांग

प्रबंध बोर्ड की बैठक में यह भी हुए निर्णय:

- स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में अस्थाई आधार पर 2022-23 छात्रसंघ पदाधिकारी के रूप में निर्वाचित विद्यार्थी तृतीय वर्ष/ अन्य अंतिम सेमेस्टर में परीक्षा में पूरक, अनुत्तरिण होने पर अथवा अन्य किसी भी कारण से मेरिट में नहीं आने पर विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम सत्र 2022-23 में प्रवेश से वंचित होने पर उसका निर्वाचन स्वत ही निरस्त माना जाएगा.

-विश्व विद्यालय के समस्त विभागों के अंतर्गत संचालित होने वाले स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया छात्र संघ चुनाव 2022 के संपन्न होने और आवश्यक परिणाम मौके जारी होने के बाद उन्हें निर्धारित प्रक्रिया अपनाई जा कर ही संपन्न की जाएगी.

-छात्र संघ चुनाव 2022 के मद्देनजर आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने की वजह से समस्त पुनर्मूल्यांकन, गोपनीय परीक्षा परिणाम, परिणाम संशोधन इत्यादि कार्य चुनाव संपन्न होने तक स्थगित किए जाएंगे.

-सत्र 2021-22 किस सेमेस्टर पद्धति के अंतिम सेमेस्टर के स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थी जो वर्तमान में नियमित रूप से विभिन्न पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत हैं (जिन की परीक्षाएं बकाया होकर सेमेस्टर में नियमित अध्ययनरत हैं) ऐसे छात्र चुनाव में मतदाता एवं प्रत्याशी के लिए योग्य होंगे। जिन विद्यार्थियों की टर्मिनल एंड (सत्रांत) की परीक्षा पूरी तरह से संपन्न हो चुकी है। वह विद्यार्थी मतदान के लिए एलिजिबल नहीं होंगे.

-विश्वविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रमों में न्यूनतम विद्यार्थियों का प्रवेश नहीं होने और कोर्स संचालन के नहीं होने की स्थिति में विद्यार्थी का अस्थाई प्रवेश स्वता ही निरस्त माना जाएगा और उसका निर्वाचन भी निरस्त कर दिया जाएगा.

-विश्वविद्यालय संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में आवंटित सीटों में वरीयता सूची (आरक्षण नीति के अनुसार) में नही आने पर संबंधित विद्यार्थी को प्रवेश नहीं दिया जा सकेगा. ऐसे विद्यार्थियों का अस्थाई प्रवेश स्वत ही निरस्त माना जाकर उसका निर्वाचन भी निरस्त माना जाएगा.

- ऐसे समस्त विद्यार्थी जिनकी परीक्षाएं प्रक्रियाधीन है, उन्हें भी मतदान के लिए पात्र माना जाएगा. साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया है कि यह प्रवेश व्यवस्था केवल सत्र 2022-23 के लिए आयोजित छात्र संघ चुनाव 2022 के लिए ही लागू रहेगी भविष्य के लिए इसे उदाहरण ही माना जाएगा.

Last Updated : Aug 17, 2022, 1:17 PM IST
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