अजमेर. अदालतों में पैरवी करने वाले वकील गुरुवार को अचानक सड़कों पर उतर आए. सैकड़ों वकील जिला सेशन न्यायालय के बाहर जयपुर रोड पर जाम लगाकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. जानकारी के मुताबिक वकील बुधवार देर शाम रामगंज थाने में वकील हितेश सिंह चौहान के साथ हुई अभद्रता और मारपीट की घटना से नाराज हैं. करीब आधे घंटे तक वकीलों ने जयपुर रोड पर जाम लगाए रखा जिससे दोनों और वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई.
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राहगीरों को काशी परेशानी का सामना करना पड़ा. खास बात यह है कि जाम लगाने के बाद भी पुलिस का कोई अधिकारी बातचीत के लिए मौके पर नहीं आया. जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राजेश टंडन ने बताया कि बुधवार देर शाम को वकील हितेश सिंह चौहान किसी कार्य से रामगंज थाने में गए थे जहां पुलिसकर्मियों ने उनके साथ अभद्रता की और उन्हें मारा पीटा. जब तक रामदास थाना प्रभारी सतेंद्र नेगी को निलंबित नहीं किया जाता तब तक वकीलों का यह आंदोलन जारी रहेगा.
जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष मोहन सिंह राठौड़ ने कहा कि वकील के साथ हुई घटना से वकीलों में आक्रोश है. यही वजह है कि कामकाज छोड़कर वकील सड़कों पर उतर आए हैं. बावजूद इसके किसी पुलिस अधिकारी ने मौके पर आकर वार्ता नहीं की है. राठौड ने कहा कि जब तक सीआई को निलंबित नहीं किया जाता तब तक वकील पीछे हटने वाले नहीं है. बार सदस्य सुमित्रा ने बताया कि थानों में विधि तंत्र से जुड़े वकील के साथ अभद्रता और मारपीट की जा सकती है तो आम आदमी के साथ थानों में क्या होता होगा.
उन्होंने कहा कि रामगंज थाना प्रभारी थाने में वकील के साथ हुई घटना को लेकर माफी मांगे और मामला शांत करें नहीं तो यह आंदोलन रुकने वाला नहीं है. बता दें कि वकील के साथ थाने में हुई मारपीट और अभद्रता से वकीलों में जबरदस्त आक्रोश है. वकील जाम लगाकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं.