अजमेर. कोरोना वायरस का कहर पूरे देश में जारी है. जिसको लेकर लोगों में डर का माहौल बना हुआ है. स्कूल, कॉलेज, मॉल और जिम सब बंद हैं. दरअसल, जहां भीड़ जमा हो सकती है, उन स्थानों को बंद किया गया है, ताकि यह संक्रमण फैल न पाए. महत्वपूर्ण बात यह कि अगर आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है तो आप किसी भी बीमारी से लड़ सकते हैं और कोई भी बीमारी आप पर हावी नहीं हो सकती, चाहे वह कोरोना वायरस ही क्यों न हो.
डॉक्टर्स की मानें तो व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए मॉर्निंग वॉक, योगा और साइकिलिंग करना बेहद जरूरी है. जिससे व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है और वह स्वस्थ रहता है. लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते जिस तरह से जिम, योगा क्लासेस, एरोबिक क्लासेस सभी बंद हैं. ऐसे में लोग घरों में रहकर ही खुद को फिट रखने की कवायद में जुटे हैं.
लगातार 5 महीनों से बंद है जिम
पिछले लगभग 5 महीनों से जिम बंद होने के कारण लोग एक्सरसाइज से दूर हो गए हैं. इसके लिए जिम ट्रेनर भी लोगों को स्वस्थ रखने के लिए फोन पर टिप्स दे रहे हैं कि किस तरह से उन्हें घर में रहकर ही एक्सरसाइज करनी चाहिए. लोग अपने घर में रहकर अपने इम्युनिटी पावर को किस तरह से बूस्ट कर सकते हैं.
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आपको बता दें कि हाल फिलहाल सरकार ने जिम खोलने के लिए कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है. ऐसे में जिम ट्रेनर अपने कस्टमर्स को फिट रहने के लिए तरह-तरह के टिप्स दे रहे हैं.
घर में महिलाएं कर रही एरोबिक्स
सुबह उठकर घर में ही महिलाएं योगा व एरोबिक्स कर रही हैं. वहीं उन्होंने बताया कि जिस तरह से कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बना हुआ है, इसको देखते हुए भीड़-भाड़ के इलाकों से बचने के लिए घरों से बाहर नहीं जा रहे हैं, क्योंकि अभी भी लगातार कोरोना के आंकड़ों में बढ़ोतरी हो रही है. अब ऐसे में लोग घर में रहकर ही अपना बचाव कर रहे हैं.
स्टेडियम व टेबिल टेनिस कोर्ट खाली पड़े
पिछले 5 महीनों से ज्यादा का समय बीत चुका है. अब ऐसे में काफी लोगों से भरा रहने वाला पटेल स्टेडियम भी सूना नजर आ रहा है. केवल मात्र इक्का-दुक्का लोग ही पटेल स्टेडियम पर खेलते हुए नजर आ रहे हैं. लोग किस तरह से बचाव करें. इसको लेकर वह नए-नए प्रयास कर रहे हैं.
फुटबॉल कोच शिवदत्त पाराशर ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वस्थ रहने के लिए और अपनी इम्युनिटी पावर को बढ़ाने के लिए खेलों से जुड़े रहना भी बहुत जरूरी है. हालांकि लोगों को अभी भी कोरोना संक्रमण का डर है, लेकिन कई लोग अलग-अलग खेलों के माध्यम से भी स्वस्थ रह सकते हैं.
हमेशा लोगों से खचाखच भरा रहने वाला टेबल टेनिस कोर्ट भी खाली पड़ा है, क्योंकि अभी तक राजस्थान सरकार द्वारा इन्हें भी राहत प्रदान नहीं की गई है. युवाओं की अगर बात की जाए तो वह भी खेलों से दूर हुए हैं, लेकिन वह स्वस्थ रहने के लिए जॉगिंग व साइकिलिंग करते हुए नजर आ जाते हैं. इसके अलावा भीड़-भाड़ की जगहों से बचते हुए स्केटिंग भी की जा रही है.
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जो लोग खुद को फिट रखने के लिए जिम जाते हैं, उनके लिए इस समय थोड़ी असुविधा है, क्योंकि जिम को भी कुछ दिनों के लिए बंद किया गया है. इस समय जिम न जाने के कारण आपकी एक्सरसाइज छूट रही है तो इससे परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है. आप भी घर में कुछ व्यायाम या योग करके भी खुद को स्वस्थ रख सकते हैं.
कर सकते हैं ये एक्सरसाइज
धनुरासन- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप पेट के बल लेट जाएं. अब पीछे से दाएं पैर के टखने को दाएं हाथ से और बाएं पैर के टखने को बाएं हाथ से पकड़ें. गहरी और लंबी श्वास भरते हुए आगे से छाती और पीछे से दोनों पैरों और जांघों को ऊपर उठाएं. फिर पैरों को आकाश की दिशा में ले जाएं और सांस सामान्य छोड़ दें. धनुरासन करने से पाचन अंगों की कार्य कौशलता बढ़ती है. नियमित अभ्यास से यह पेट जांघ के क्षेत्रों के आसपास फेट कम करता है. यह आसन रीढ़ की हड्डी के सही आकार को लौटाने में भी मदद करता है, साथ ही बाजुओं की मांसपेशियों को मजबूत करता है.
हलासन- इस आसन को करने के लिए सर्वांगासन की ही स्थिति में रहते हुए दोनों पैरों को सिर के पीछे जमीन पर सटाने का प्रयास करें. शरीर में सबसे अधिक दबाव गर्दन तथा कंधों पर आएगा और खिंचाव रीढ़ की हड्डी में अनुभव होगा. थोड़ी देर थाइरॉइड ग्लैंड पर दबाव बनेगा. श्वास की गति सामान्य रखें. इस स्थिति में लगभग 3 से 5 मिनट तक खुद को रोकने का प्रयास करें, फिर धीरे-धीरे वापस पूर्व स्थिति में आएं. हलासन करने से पाचन प्रणाली मजबूत होती है तथा पेट में जमी अतिरिक्त चर्बी कम होती है, साथ ही मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है और वजन घटाने में मदद मिलती है.
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कपालभाति प्राणायाम- इस प्राणायाम में कमर सीधी रखते हुए दोनों हाथों को घुटनों पर ज्ञान मुद्रा में रखें. धीरे-धीरे श्वास को नाक से बाहर छोड़ने की कोशिश करें. इस बात का ध्यान रखें कि श्वास लेने की आवाज न आए, बल्कि श्वास छोड़ने की आवाज तीव्र गति से आए, जैसे छींकने की आवाज आती है, उसी तरह इस प्राणायाम में भी तेज आवाज आती है.
भस्त्रिका प्राणायाम- इस प्राणायाम में श्वास को तीव्र गति से अंदर और बाहर करना होता है. श्वास अंदर लेते हुए पेट बाहर तथा श्वास छोड़ते समय पेट अंदर रखें. इस प्राणायाम से फेफड़ों की शुद्धि होती है और तथा उसे काफी शक्ति भी प्राप्त होती है.