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अजमेर संभाग के सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के हृदय रोग विभाग का प्लास्टर टूटकर गिरा

अजमेर संभाग के सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के आदेशों के बाद भी स्थिति असंतोषजनक नजर आ रही है. जिससे यहां काम करने वाले कर्मचारियों और मरीजों की जिन्दगी भी खतरे में है.

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Published : Nov 8, 2019, 4:59 PM IST

ajmer news, अजमेर की खबर

अजमेर. संभाग के सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के दिए गए आदेशों के बाद भी स्थिति असंतोषजनक बनी हुई है. यहां की बिल्डिंग अब काफी पुरानी और जर्जर हो चुकी है. जिससे यहां काम करने वाले कर्मचारियों और मरीजों की जिंदगियां भी अब जिंदगी और मौत के बीच झुलती हुई दिख रही है.

जवाहर लाल नेहरू अस्पताल की बिल्डिंग पूरी तरह हुई जर्जर

बता दें कि देर रात हृदय रोग विभाग की पर्ची काउंटर के हॉल की फोर सीलिंग छत का प्लास्टर रात्रि के समय जमीन पर धराशाई हो गया. गनीमत यह रही कि हादसे के समय कोई भी मरीज या कर्मचारी मौजूद नहीं रहा, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. पूरी की पूरी विभाग ही जर्जर हो चुकी है जिससे जगह-जगह की फोर सींलिग टूट चुकी है.

पढ़ें- अजमेरः रिश्वत मामले में 15 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में सरवाड़ नगरपालिका के ईओ और कैशियर

कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनके ओर से कोई भी जानकारी दी जाती है तो अस्पताल की प्रशासन उन पर कार्रवाई करती है. जिससे कोई भी कर्मचारी कैमरे के सामने बोलने से कतराता है.

अजमेर. संभाग के सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के दिए गए आदेशों के बाद भी स्थिति असंतोषजनक बनी हुई है. यहां की बिल्डिंग अब काफी पुरानी और जर्जर हो चुकी है. जिससे यहां काम करने वाले कर्मचारियों और मरीजों की जिंदगियां भी अब जिंदगी और मौत के बीच झुलती हुई दिख रही है.

जवाहर लाल नेहरू अस्पताल की बिल्डिंग पूरी तरह हुई जर्जर

बता दें कि देर रात हृदय रोग विभाग की पर्ची काउंटर के हॉल की फोर सीलिंग छत का प्लास्टर रात्रि के समय जमीन पर धराशाई हो गया. गनीमत यह रही कि हादसे के समय कोई भी मरीज या कर्मचारी मौजूद नहीं रहा, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. पूरी की पूरी विभाग ही जर्जर हो चुकी है जिससे जगह-जगह की फोर सींलिग टूट चुकी है.

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कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनके ओर से कोई भी जानकारी दी जाती है तो अस्पताल की प्रशासन उन पर कार्रवाई करती है. जिससे कोई भी कर्मचारी कैमरे के सामने बोलने से कतराता है.

Intro:एक वीडियो मेल के जरिए भेजा गया है कृपया उसको भी चेक कर इस खबर में लगा ले


अजमेर/ संभाग के सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के आदेशों के बाद की स्थिति आप संतोषजनक नजर आ रही है जहां बिल्डिंग अब काफी पुरानी व जर्जर हो चुके तो वहां काम करने वाले कर्मचारियों और मरीजों की जिंदगी भी अब खतरे के बीच काम कर रही है


बता दें कि देर रात हृदय रोग विभाग की पर्ची काउंटर के ऑल की फोर सीलिंग छत का प्लास्टर जमीन पर धराशाई हो गया रात्रि के समय प्लास्टर धराशाई हुआ लेकिन उस समय कोई भी कर्मचारी हादसे के समय मरीज मौके पर मौजूद नहीं था नहीं तो प्लास्टर गिरने के कारण कोई भी व्यक्ति घायल हो सकता था बता दे कि हदय रोग विभाग की इमारत काफी जर्जर हो चुकी है तो वहीं जगह-जगह से फोर सीलिंग भी टूट चुकी है



हमने जब इस बारे में कर्मचारियों से बात करनी चाही तो उन्होंने बातचीत करने से साफ तौर पर इंकार कर दिया और कहा कि अगर उनके द्वारा इस मामले में किसी को भी जानकारी दी जाती है तो अस्पताल प्रशासन द्वारा कर्मचारियों पर कार्रवाई हो जाती है जिसके चलते कोई भी कैमरे के सामने बोलने से कतराते हुए नज़र आने लगे वही अस्पताल अधीक्षक अनिल जैन अजमेर से बाहर होने के कारण इस मामले में उनसे भी बातचीत नहीं हो पाई


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