अजमेर. संभाग के सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के दिए गए आदेशों के बाद भी स्थिति असंतोषजनक बनी हुई है. यहां की बिल्डिंग अब काफी पुरानी और जर्जर हो चुकी है. जिससे यहां काम करने वाले कर्मचारियों और मरीजों की जिंदगियां भी अब जिंदगी और मौत के बीच झुलती हुई दिख रही है.
बता दें कि देर रात हृदय रोग विभाग की पर्ची काउंटर के हॉल की फोर सीलिंग छत का प्लास्टर रात्रि के समय जमीन पर धराशाई हो गया. गनीमत यह रही कि हादसे के समय कोई भी मरीज या कर्मचारी मौजूद नहीं रहा, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. पूरी की पूरी विभाग ही जर्जर हो चुकी है जिससे जगह-जगह की फोर सींलिग टूट चुकी है.
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कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनके ओर से कोई भी जानकारी दी जाती है तो अस्पताल की प्रशासन उन पर कार्रवाई करती है. जिससे कोई भी कर्मचारी कैमरे के सामने बोलने से कतराता है.