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अजमेर: मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर इंटर्न डॉक्टरों ने किया प्रदर्शन, जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

अजमेर में शुक्रवार को जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में अध्ययनरत इंटर्न डॉक्टरों ने मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. इंटर्न डॉक्टर को सरकार केवल 7,000 रुपए मासिक मानदेय दे रही है, जो कि बेहद कम है.जबकि राजस्थान से बाहर मानदेय 25 से 30 हजार तक किया जाता है. मांग नहीं मानने पर डॉक्टरों ने हड़ताल करने की भी चेतावनी दी.

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मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर इंटर्न डॉक्टरों ने सौंपा ज्ञापन
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Published : Oct 9, 2020, 9:39 PM IST

अजमेर. जिले के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में अध्यनरत इंटर्न डॉक्टर ने शुक्रवार को जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के जरिए स्थाई फंड बढ़ाने की मांग की गई. वहीं मांग नहीं माने जाने पर हड़ताल की चेतावनी भी दी गई.

मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर इंटर्न डॉक्टरों ने सौंपा ज्ञापन

मेडिकल कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष लोकेश लांबा ने बताया कि इंटर्न डॉक्टर को सरकार केवल 7,000 रुपए मासिक मानदेय दे रही है, जो कि बेहद कम है. जबकि राजस्थान से बाहर मानदेय 25 से 30 हजार तक दिया जाता है.

वहीं, मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर जोधपुर के डॉक्टर हड़ताल पर जा चुके हैं. अजमेर के डॉक्टर ने कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर मानदेय बढ़ाने और कोरोना नर्सिंग स्टाफ को प्रतिदिन के हिसाब से मानदेय भी दिया जाए.

पढ़ें- अजमेर : राज्य कुक्कुट प्रशिक्षण संस्था में मनाया विश्व अंडा दिवस, लोगों को जागरूक करने का लिया संकल्प

वहीं, इन मांगों पर सागर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो उन्हें भी आंदोलन की राह पर उतरना पड़ेगा. जिसकी समस्त जिम्मेदारी राजस्थान सरकार और प्रशासन की होगी. राजस्थान में भी मेडिकल कॉलेज में अध्यन कर रहे छात्रों का स्थाई फंड अन्य राज्यों की तरह बड़ा कर दिया जा रहा है. वहीं, लामा ने कहा कि आज उन्होंने जिला मुख्यालय पर राज्य के चिकित्सा मंत्री के नाम ज्ञापन दिया है और अपनी मांग से अवगत करवाया है यदि इस मांग पर सरकार शीघ्र ही कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाती है तो उन्हें आंदोलन करना पड़ेगा.

अजमेर. जिले के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में अध्यनरत इंटर्न डॉक्टर ने शुक्रवार को जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के जरिए स्थाई फंड बढ़ाने की मांग की गई. वहीं मांग नहीं माने जाने पर हड़ताल की चेतावनी भी दी गई.

मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर इंटर्न डॉक्टरों ने सौंपा ज्ञापन

मेडिकल कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष लोकेश लांबा ने बताया कि इंटर्न डॉक्टर को सरकार केवल 7,000 रुपए मासिक मानदेय दे रही है, जो कि बेहद कम है. जबकि राजस्थान से बाहर मानदेय 25 से 30 हजार तक दिया जाता है.

वहीं, मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर जोधपुर के डॉक्टर हड़ताल पर जा चुके हैं. अजमेर के डॉक्टर ने कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर मानदेय बढ़ाने और कोरोना नर्सिंग स्टाफ को प्रतिदिन के हिसाब से मानदेय भी दिया जाए.

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वहीं, इन मांगों पर सागर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो उन्हें भी आंदोलन की राह पर उतरना पड़ेगा. जिसकी समस्त जिम्मेदारी राजस्थान सरकार और प्रशासन की होगी. राजस्थान में भी मेडिकल कॉलेज में अध्यन कर रहे छात्रों का स्थाई फंड अन्य राज्यों की तरह बड़ा कर दिया जा रहा है. वहीं, लामा ने कहा कि आज उन्होंने जिला मुख्यालय पर राज्य के चिकित्सा मंत्री के नाम ज्ञापन दिया है और अपनी मांग से अवगत करवाया है यदि इस मांग पर सरकार शीघ्र ही कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाती है तो उन्हें आंदोलन करना पड़ेगा.

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