अजमेर. जिले में कोरोना पॉजिटिव के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना की दूसरी लहर दोगनी रफ्तार से लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रही है. इसको लेकर अजमेर संभाग के सबसे बड़े जेएलएन अस्पताल में भी कोविड-19 के बढ़ते मरीजों को देखते हुए व्यवस्थाएं की गई हैं.
जेएलएन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने बताया कि शुरुआती कोरोना काल में पूरे अस्पताल को कोई 19 अस्पताल बना दिया गया था. अस्पताल में 550 बेड कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए रखे जा सकते हैं. वर्तमान में 370 बेड कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए आरक्षित किए गए हैं. हर बेड के साथ सेंट्रलाइज ऑक्सीजन की व्यवस्था है. अस्पताल में गंभीर कोरोना मरीजों के लिए 140 वेंटिलेटर, 45 एनएफएचओ आइफ्लो नेजल ऑक्सीजेशन, 10 बाई पाइप मशीन है.
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उन्होंने बताया कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों की सार संभाल और वादों की व्यवस्था के लिए पर्याप्त मेन पावर उपलब्ध है. अस्पताल में दवाइयां पर्याप्त मात्रा में है. अस्पताल में 24 घंटे आईएलआई आउटडोर स्थापित है. आरटी पीसीआर जांच 24 घंटे की जा रही है. रेमेडीसिबल दवा भी उपयुक्त मात्रा में अस्पताल में उपलब्ध है. डॉ. जैन ने बताया कि अस्पताल में 34 कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती हैं. वहीं 54 कोरोना संदिग्ध मरीज का भी इलाज किया जा रहा है. इनमें 11 मरीज बाई पाइप और 44 मरीज ऑक्सीजन पर है. बता दें कि सरकार की गाइडलाइन के अनुसार प्राइवेट अस्पतालों में 25 फीसदी बेड कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए रखना अनिवार्य है.