अजमेर. राज्य में बढ़ते दलितों पर अत्याचार और दुष्कर्म के बढ़ते ग्राफ पर प्रदेश की गहलोत सरकार लगातार घिरती जा रही है. राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सरकार के खिलाफ प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन का सिलसिला जारी है. अजमेर में भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा ने प्रदर्शन कर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है. कार्यकर्ताओं का कहना है कि राज्य में दलितों को मारा जा रहा है. महिलाओं के साथ दुष्कर्म हो रहे हैं. सरकार खामोश बैठी है.
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर प्रदेश में कानून व्यवस्था सुधारने, दलितों पर हो रहे अत्याचार पर अंकुश लगाने की मांग की. उन्होंने कहा कि प्रदेश में हुई तीन बड़ी घटनाओं के आरोपियों को कड़ी सजा दिलाई जाए. पीड़ित पक्ष को आर्थिक मदद करने में सहयोग किया जाए. बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य रविंद्र चौहान ने गहलोत पर आरोप लगाया कि चुनाव में प्रचार करने के लिए मुख्यमंत्री घर से निकल गए, लेकिन जब दलितों पर अत्याचार हो रहे थे तो घर में बैठे रहे. चौहान ने बताया कि सरकार ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की तो प्रदेश भर में दलित समाज विरोध में सड़कों पर उतरेगा.
पुलिस से उलझे कार्यकर्ता
जिला मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन के बाद सभी कार्यकर्ता कलेक्टर से मिलने के लिए भीतर आ गए. मौजूद पुलिसकर्मियों ने कार्यकर्ताओं को भीतर जाने से रोका. इसको लेकर कार्यकर्ता भड़क गए. पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच काफी देर तक खींचतान चलती रही. बाद में 5 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल को कलेक्टर से मिलने की अनुमति दी गई.
बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के बैनर से वसुंधरा के फोटो गायब
बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं के हाथ में मौजूद मुख्य बैनर में बीजेपी के राष्ट्रीय प्रदेश और स्थानीय स्तर के नेताओं की फोटो लगी थी लेकिन बैनर से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की फोटो गायब थी. पूर्व मुख्यमंत्री के फोटो नदारद रहने पर कार्यकर्ताओं ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया. मोर्चा के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि जब से राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी है तब से दलितों पर अत्याचार निरंतर बढ़ रहे हैं.
हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा क्षेत्र में जगदीश प्रसाद मेघवाल की निर्ममता से हत्या कर दी गई. झालावाड़ जिले के पिडावा क्षेत्र में दलित युवती की दुष्कर्म कर हत्या कर दी गई. कामा क्षेत्र में दलित नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप कर दिया गया. घिनौने अपराध गहलोत सरकार में हो रहे हैं.