अजमेर. गुरु पूर्णिमा के मौके पर गुरुओं को नमन करते हुए उनका सम्मान किया जाता है. इस मौके पर बड़े आयोजन भी किए जाते हैं, लेकिन इस बार कोरोना काल के वजह से किसी भी तरह का आयोजन गुरु पूर्णिमा के मौके पर नहीं किया जा रहा है. पहले से ही धर्मगुरुओं द्वारा भक्तों को घर में रहने की हिदायत दी गई है और कम से कम लोग एक साथ इकट्ठे हो इसके लिए भी सभी से निवेदन किया गया है. प्राचीन दक्षिण मुखी खेड़ापति हनुमान मंदिर में भी गुरु पूर्णिमा के मौके पर रंगत फीकी नजर आई.
हर वर्ष एक हजार से ज्यादा लोग होते है शामिल
खेड़ापति हनुमान मंदिर के संस्थापक नागेंद्र कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि गुरु पूर्णिमा के मौके पर भव्य आयोजन मंदिर परिसर में किया जाता है. जिसमें सुबह से ही भक्तों की भीड़ जमा हो जाती है. इसके अलावा भोजन प्रसादी का भी आयोजन रहता है. बड़े स्तर पर कार्यक्रम के आयोजन किए जाते हैं लेकिन इस बार कोरोना माहमारी के चलते किसी भी तरह के आयोजन नहीं किए गए है.
भक्तों ने जानकारी देते हुए बताया कि यह मौका अपने गुरुओं का सम्मान करने का होता है. वहीं गुरु किसी भी रूप में हो सकते है, सभी का सम्मान इस मौके पर करना चाहिए. इसी कड़ी में भक्तों द्वारा नागेंद्र कुमार शर्मा का राजस्थानी पगड़ी पहनाकर उनका सम्मान किया गया. वहीं तिलक और श्रीफल देकर उनका आशीर्वाद लिया गया और भगवान से प्रार्थना की गई कि देश में माहमारी का जल्द खात्मा हो.
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कोरोना के चलते सिमटे आयोजन
वहीं हजारों की तादाद में शामिल होने वाले लोग कोरोना के चलते बेबस नजर आ रहे हैं. लोग एक दूसरे से दूर रहे और एक दूसरे के संपर्क में ना आए इसको देखते हुए कई आयोजन छोटे रूप में सिमटे हुए नजर आ रहे हैं. वहीं खेड़ापति हनुमान मंदिर के महंत ने जानकारी देते हुए कहा जितना घर में रहेंगे उतना ही सुरक्षित रहेंगे.