अजमेर. चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया ने कहा कि सर्दियों में कोविड-19 को लेकर किस प्रकार की स्थिति बनती है यह कोई नहीं जानता. यही वजह है कि राजस्थान सरकार अस्पतालों में कोविड-19 को लेकर क्षमता बढ़ाने पर जोर दे रही है. इसके लिए वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी गई है, आगामी एक माह में अजमेर जेएलएन अस्पताल में 500 बेड ऑक्सीजन व्यवस्था के साथ उपलब्ध होंगे.
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बुधवार को चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया अजमेर दौरे पर थे. अजमेर में जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में गालरिया ने प्राचार्य एवं जेएलएन अस्पताल सुपरिटेंडेंट के साथ चिकित्सा अधिकारियों से कोविड-19 को लेकर बातचीत की. उसके बाद मेडिकल कॉलेज परिसर में निर्माणाधीन ऑडिटोरियम हॉल का निरीक्षण किया एवं संबंधित ठेकेदार को कार्य में गति लाने के निर्देश दिए. उसके बाद गालरिया ने जेएलएन अस्पताल में कोविड-19 वार्ड का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान वार्ड में भर्ती मरीजों से गालरिया ने बातचीत भी की और उनसे अस्पताल में इलाज एवं अन्य सुविधाएं मिलने को लेकर सवाल भी किए. मरीजों के जवाब से गालरिया संतुष्ट नजर आए.
गालरिया ने कहा कि सर्दियों में कोरोना संक्रमण की क्या स्थिति रहेगी यह किसी को नहीं पता. इसलिए पहले से ही आशंकाओं को देखते हुए अस्पताल में मरीजों के इलाज को लेकर क्षमताएं बढ़ाई जा रही हैं. उन्होंने बताया कि जेएलएन अस्पताल में वर्तमान में 1000 ऑक्सीजन सिलेंडर हैं. 300 ऑक्सीजन सिलेंडर के खरीदने की वित्तीय स्वीकृति मिल चुकी है. अगले एक महीने में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट एवं लिक्विड जनरेशन प्लांट बनकर तैयार हो जाएगा. उसके बाद ऑक्सीजन सप्लाई की समस्या अस्पताल में नहीं रहेगी. उन्होंने बताया कि वर्तमान में 150 आईसीयू बेड और 150 ऑक्सीजन व्यवस्था युक्त बेड अस्पताल में है. जिसको बढ़ाकर 500 बेड करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं, जेएलएन में कोविड-19 को लेकर उपकरणों की खरीद में लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों पर गालरिया ने अनभिज्ञता जाहिर की.