अजमेर. पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद शुक्रवार को अजमेर दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने कहा कि कश्मीर में नेताओं को नजरबंद रखना इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जो लोकतंत्र की हत्या है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में कभी ऐसा नहीं हुआ है. इन नेताओं में 3 पूर्व मुख्यमंत्री भी हैं, जिन पर पीएसए लगाया है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जो काम करेगा उस पर पीएसए लगेगा. लेकिन उन्हें तो धारा 370 हटाने से 2 दिन पहले ही जेल में डाल दिया था, जबकि उन्हें तो मालूम भी नहीं था कि धारा 370 हटाई जा रही है. उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के खिलाफ है. आजाद ने कहा कि जम्मू कश्मीर में उन नेताओं को छोड़ देना चाहिए और युटी को खत्म कर दोबारा से राज्य बनना चाहिए.
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दिल्ली चुनाव के सवाल पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि चुनाव के परिणाम जो रहे, लेकिन इतना तय है कि बीजेपी दिल्ली में नहीं आ रही है. बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद शुक्रवार को अजमेर में थे. सर्किट हाउस पहुंचने पर स्थानीय कांग्रेसियों ने उनका स्वागत किया. इसके बाद पूर्व मंत्री गुलाम नबी आजाद दरगाह जियारत के लिए रवाना हो गए.