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अजमेर में विभिन्न राज्यों की संस्कृति की दिखी झलक, गांधीवादी सुब्बाराव ने की प्रार्थना सभा

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150 में जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में सर्वधर्म प्रार्थना सभा और भारत की संतान कार्यक्रम आयोजित किया गया. महात्मा गांधी की शांति और सादगी की विरासत का झंडा उठाए 91 साल के सुब्बाराव ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया.

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Published : Jun 16, 2019, 9:49 PM IST

गांधीवादी सुब्बाराव

अजमेर. गांधीवादी सुब्बाराव ने अजमेर में अनेकता में एकता और सर्वधर्म समभाव का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि नफरत के इस दौर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार और दर्शन ही एकमात्र सहारा है जिससे पूरी दुनिया शांति के पथ पर आगे बढ़ सकती है. पूरा विश्व महात्मा गांधी के बताए रास्ते पर चलने के लिए आतुर है. युवाओं को उनसे सीख लेकर आगे बढ़ना होगा.

गांधीवादी सुब्बाराव ने की प्रार्थना सभा

सुविख्यात गांधीवादी एवं राष्ट्रीय युवा योजना प्रोजेक्ट के अध्यक्ष एसएन सुब्बाराव ने शनिवार को अजमेर में मदार गेट पर आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा और भारत की संतान कार्यक्रम में व्यक्त किए. महात्मा गांधी की शांति और सादगी की विरासत का झंडा उठाए 91 साल के सुबाराव को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वीं जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में बारिश के बावजूद लोग शहर के मुख्य बाजार में जमे रहे.

सुब्बाराव ने कार्यक्रम की शुरुआत हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई जैन बौद्ध पारसी यहूदी एवं अन्य धर्मों की प्रार्थना से की. उन्होंने कहा कि सैकड़ों हजारों साल पुराने हमारे धर्म हमें सिखाते हैं कि ईश्वर को पाना है, उसे जानना समझना है तो अपने भीतर झांक कर देखना होगा. कोई भी धर्म हमें यह नहीं सिखाता कि दूसरे से नफरत करो.

उनके अनुसार विश्व में शांति के लिए हमें अपने धर्म की प्राचीन सीख को आत्मसात करना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि नौजवान ही देश में एकता और शांति ला सकते हैं. सुब्बाराव ने पर्यावरण रक्षा का संदेश देते हुए कहा कि भगवान शंकर ने संदेश दिया कि सारा जहर पेड़ बनकर ही समाप्त किया जा सकता है. लोगों के दिल और दिमाग जोड़ने की जरूरत है. विश्व में कई राष्ट्रों में महात्मा गांधी का संदेश और उनके जीवन चरित्र से सीख लेकर नई पहल की जा रही है. हमारे देश में ऐसी ही शुरुआत की सख्त आवश्यकता है. उन्होंने युवाओं से कहा कि दुनिया में परिवर्तन चाहते हो तो अपने आप से शुरुआत करो.

प्रार्थना सभा के बाद सांस्कृतिक से कार्यक्रम अनेकता में एकता का संदेश दिया गया. सुब्बाराव के साथ आए 18 राज्यों के युवाओं ने अपने-अपने प्रदेश की प्रस्तुति देकर सभी का मन मोहा. भारत की संतान कार्यक्रम के तहत सभी राज्य के युवाओं ने अपनी अपनी भाषा में प्रस्तुति दी. खास बात यह रही कि विभिन्न धर्मों और भाषाओं में प्रार्थना सुब्बाराव ने की. उसी तरीके से सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी सुब्बाराव ने विभिन्न प्रदेश की भाषा में गीत गाए और उनके साथ आए युवाओं ने उस पर नृत्य किया.

सांप्रदायिक सद्भाव के साथ साथ अनेकता में एकता का भाव जागृत करने के उद्देश्य से सुब्बाराव देश में कई जगह शिविर करते रहे हैं. अजमेर में राष्ट्रीय युवा प्रोजेक्ट के तहत हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम में अजमेर के लोगों ने विभिन्न राज्यों की संस्कृति की झलक को देखा. बातचीत में गांधीवादी सुब्बाराव ने कहा कि युवा ही देश को मजबूत बना सकता है बशर्ते पहले वह खुद मजबूत बने. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को 24 घंटे में से एक घंटा अपने शरीर को और एक घंटा देश के लिए देना चाहिए. परिवर्तन की शुरुआत खुद से ही करनी पड़ती है..

अजमेर. गांधीवादी सुब्बाराव ने अजमेर में अनेकता में एकता और सर्वधर्म समभाव का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि नफरत के इस दौर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार और दर्शन ही एकमात्र सहारा है जिससे पूरी दुनिया शांति के पथ पर आगे बढ़ सकती है. पूरा विश्व महात्मा गांधी के बताए रास्ते पर चलने के लिए आतुर है. युवाओं को उनसे सीख लेकर आगे बढ़ना होगा.

गांधीवादी सुब्बाराव ने की प्रार्थना सभा

सुविख्यात गांधीवादी एवं राष्ट्रीय युवा योजना प्रोजेक्ट के अध्यक्ष एसएन सुब्बाराव ने शनिवार को अजमेर में मदार गेट पर आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा और भारत की संतान कार्यक्रम में व्यक्त किए. महात्मा गांधी की शांति और सादगी की विरासत का झंडा उठाए 91 साल के सुबाराव को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वीं जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में बारिश के बावजूद लोग शहर के मुख्य बाजार में जमे रहे.

सुब्बाराव ने कार्यक्रम की शुरुआत हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई जैन बौद्ध पारसी यहूदी एवं अन्य धर्मों की प्रार्थना से की. उन्होंने कहा कि सैकड़ों हजारों साल पुराने हमारे धर्म हमें सिखाते हैं कि ईश्वर को पाना है, उसे जानना समझना है तो अपने भीतर झांक कर देखना होगा. कोई भी धर्म हमें यह नहीं सिखाता कि दूसरे से नफरत करो.

उनके अनुसार विश्व में शांति के लिए हमें अपने धर्म की प्राचीन सीख को आत्मसात करना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि नौजवान ही देश में एकता और शांति ला सकते हैं. सुब्बाराव ने पर्यावरण रक्षा का संदेश देते हुए कहा कि भगवान शंकर ने संदेश दिया कि सारा जहर पेड़ बनकर ही समाप्त किया जा सकता है. लोगों के दिल और दिमाग जोड़ने की जरूरत है. विश्व में कई राष्ट्रों में महात्मा गांधी का संदेश और उनके जीवन चरित्र से सीख लेकर नई पहल की जा रही है. हमारे देश में ऐसी ही शुरुआत की सख्त आवश्यकता है. उन्होंने युवाओं से कहा कि दुनिया में परिवर्तन चाहते हो तो अपने आप से शुरुआत करो.

प्रार्थना सभा के बाद सांस्कृतिक से कार्यक्रम अनेकता में एकता का संदेश दिया गया. सुब्बाराव के साथ आए 18 राज्यों के युवाओं ने अपने-अपने प्रदेश की प्रस्तुति देकर सभी का मन मोहा. भारत की संतान कार्यक्रम के तहत सभी राज्य के युवाओं ने अपनी अपनी भाषा में प्रस्तुति दी. खास बात यह रही कि विभिन्न धर्मों और भाषाओं में प्रार्थना सुब्बाराव ने की. उसी तरीके से सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी सुब्बाराव ने विभिन्न प्रदेश की भाषा में गीत गाए और उनके साथ आए युवाओं ने उस पर नृत्य किया.

सांप्रदायिक सद्भाव के साथ साथ अनेकता में एकता का भाव जागृत करने के उद्देश्य से सुब्बाराव देश में कई जगह शिविर करते रहे हैं. अजमेर में राष्ट्रीय युवा प्रोजेक्ट के तहत हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम में अजमेर के लोगों ने विभिन्न राज्यों की संस्कृति की झलक को देखा. बातचीत में गांधीवादी सुब्बाराव ने कहा कि युवा ही देश को मजबूत बना सकता है बशर्ते पहले वह खुद मजबूत बने. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को 24 घंटे में से एक घंटा अपने शरीर को और एक घंटा देश के लिए देना चाहिए. परिवर्तन की शुरुआत खुद से ही करनी पड़ती है..

Intro:अजमेर। गांधीवादी सुभाराम ने अजमेर में अनेकता में एकता और सर्वधर्म समभाव का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि नफरत के इस दौर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार और दर्शन ही एकमात्र सहारा है जिससे पूरी दुनिया शांति के पथ पर आगे बढ़ सकती है आज पूरा विश्व महात्मा गांधी के बताए रास्ते पर चलने के लिए आतुर है युवाओं को उनसे सीख लेकर आगे बढ़ना होगा।

यह विचार सुविख्यात गांधीवादी एवं राष्ट्रीय युवा योजना प्रोजेक्ट के अध्यक्ष एसएन सुबाराव ने शनिवार को अजमेर में मदार गेट पर आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा और भारत की संतान कार्यक्रम में व्यक्त किए। महात्मा गांधी की शांति और सादगी की विरासत का झंडा उठाए 91 साल के सुबाराव को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150 में जयंती वर्ष के उपलक्ष में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में बारिश के बावजूद लोग शहर के मुख्य बाजार में जमे रहे।

सुब्बाराव ने कार्यक्रम की शुरुआत हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई जैन बौद्ध पारसी यहूदी एवं अन्य धर्मों की प्रार्थना से की उन्होंने कहा कि सैकड़ों हजारों साल पुराने हमारे धर्म हमें सिखाते हैं कि ईश्वर को पाना है उसे जानना समझना है तो अपने भीतर झांक कर देखना होगा। कोई भी धर्म हमें यह नहीं सिखाता कि दूसरे से नफरत करो। विश्व में शांति के लिए हमें अपने धर्म की प्राचीन सीख को आत्मसात करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि नौजवान ही देश में एकता और शांति ला सकते हैं सुबह राव ने पर्यावरण रक्षा का संदेश देते हुए कहा कि भगवान शंकर ने संदेश दिया कि सारा जहर पेड़ बनकर ही समाप्त किया जा सकता है। लोगों के दिल और दिमाग जोड़ने की जरूरत है। विश्व में कई राष्ट्रों में महात्मा गांधी का संदेश और उनके जीवन चरित्र से सीख लेकर नई पहल की जा रही है। हमारे देश में ऐसी ही शुरुआत की सख्त आवश्यकता है उन्होंने युवाओं से कहा कि दुनिया में परिवर्तन चाहते हो तो अपने आप से शुरुआत करो।

प्रार्थना सभा के बाद सांस्कृतिक से कार्यक्रम अनेकता में एकता का संदेश दिया गया। शुभा राव के साथ आए 18 राज्यों के युवाओं ने अपने-अपने प्रदेश की प्रस्तुति देकर सभी का मन मोहा भारत की संतान कार्यक्रम के तहत सभी राज्य के युवाओं ने अपनी अपनी भाषा में प्रस्तुति दी। खास बात यह रही कि विभिन्न धर्मों और भाषाओं में प्रार्थना सुब्बाराव ने की उसी तरीके से सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी सुब्बाराव ने विभिन्न प्रदेश की भाषा में गीत गाए और उनके साथ आए युवाओं ने उस पर नृत्य किया।

सांप्रदायिक सद्भाव के साथ साथ अनेकता में एकता का भाव जागृत करने के उद्देश्य से सुब्बाराव देश में कई जगह शिविर करते रहे हैं। अजमेर में राष्ट्रीय युवा प्रोजेक्ट के तहत हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम में अजमेर के लोगों ने विभिन्न राज्यों की संस्कृति की झलक को देखा। बातचीत में गांधीवादी सुब्बाराव ने कहा कि युवा ही देश को मजबूत बना सकता है बसंत की पहले वह खुद मजबूत बने। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को 24 घंटे में से एक घंटा अपने शरीर को और एक घंटा देश के लिए देना चाहिए। परिवर्तन की शुरुआत खुद से ही करनी पड़ती है..
बाइट- सुब्बाराव - गांधीवादी एवं अध्यक्ष, राष्ट्रीय युवा प्रोजेक्ट







Body:प्रियांक शर्मा
अजमेर



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