अजमेर. पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री एवं अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी ने जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय सहित प्रदेश के 10 विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की शिकायत राज्यपाल कलराज मिश्र से की है (10 VC Complaint by devnani to Governor). देवनानी ने राज्यपाल को पत्र लिखते हुए कहा है कि 10 विश्वविद्यालय ऐसे हैं जिनके कुलपतियों का कार्यकाल आगामी दो-तीन माह में समाप्त होने को है फिर भी राज्यपाल की रोक के बाद वे विभिन्न तरीकों से नीतिगत निर्णय लेने की फिराक में हैं. देवनानी ने ऐसे कुलपतियों की नीतिगत निर्णय लेने पर तत्काल रोक लगाने की मांग राज्यपाल से की है.
देवनानी ने कहा है कि प्रदेश के 10 विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का कार्यकाल आगामी दो-तीन माह में समाप्त होने को है. राजभवन की ओर से 1 फरवरी 2022 और 16 जून 2022 को जारी आदेश में संबंधित कुलपतियों को अपने शेष कार्यकाल के दौरान कोई भी नीतिगत निर्णय लेने से बचने के लिए निर्देश दिए गए थे. बावजूद इसके संबंधित कुलपतियों की ओर से रास्ते निकालकर परिषद की बैठक आयोजित कर नीतिगत निर्णय लेने के प्रयास जारी हैं.
जयपुर में जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय की बात करें तो 22 अगस्त 2022 को यहां कुलपति का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. इस बीच कुलपति की ओर से 12 जुलाई 2022 को सिंडीकेट बैठक आयोजित करने का परिपत्र जारी किया गया है. देवनानी के मुताबिक सिंडीकेंट बैठक के दौरान कुलपति की ओर से नीतिगत निर्णय लिए जाने की संभावना प्रबल है जो निश्चित ही कहीं न कहीं राजभवन की ओर से जारी आदेशों का सरासर उल्लंघन है. उन्होंने लिखा है कि- सिंडीकेंट बैठक पर रोक लगाए जाने की सख्त आवश्यकता है. यही हालात अन्य विश्वविद्यालयों के भी हैं.
देवनानी ने राज्यपाल से जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय सहित सभी 10 विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को अनुशासित करने के लिए औचित्य पूर्ण कार्रवाई कर अनुग्रहित करने का आग्रह किया है (Devnani Complaint To Governor). उनका मत है कि उचित कार्रवाई से व्यक्तिगत स्वार्थ पूर्ति को समय पर रोका जा सके.