किशनगढ़ (अजमेर)/जोधपुर: वसुंधरा राजे के अजमेर दौरे पर एक दैनिक समाचार पत्र में छपे विज्ञापन की काफी सियासी चर्चा रही. विज्ञापन में 'पूनिया भगाओ भाजपा बचाओ‘, जय जय वसुंधरा राजे, कमल निशान मांग रहा है राजस्थान‘ जैसे नारे छपे हैं. इस विज्ञापन से साफ है कि राजे समर्थक वसुंधरा को नेतृत्व देने की मांग कर रहे हैं.
पूर्व सीसीबी चैयरमेन गणेश चैधरी की ओर से छपवाये इस विज्ञापन में ‘पूनिया भगाओ, भाजपा बचाओ‘ जय जय राजस्थान, वसुंधरा राजे, कमल निशान मांग रहा है राजस्थान' लिखा हुआ था. साथ ही इस विज्ञापन में बीजेपी आलाकमान से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंन्धरा राजे सिधिंया को प्रदेश भाजपा का सर्वेसर्वा घोषित करने की मांग की है. अब इस विज्ञापन से प्रदेश भाजपा में सियासत तेज हो गई है. प्रदेश कांग्रेस भी को भाजपा की गुटबाजी को लेकर एक मुद्दा मिल गया है. इस विज्ञापन को लेकर भाजपा के स्थानीय नेताओं ने चुप्पी साध रखी है.
राजे समर्थकों का व वसुंधरा राजे का अब साफ संदेश है कि उन्हें फ्री हैंड दिया जाये. वसुंधरा राजे की चार दिवसीय मेवाड़ यात्रा में 'राजस्थान का अगला सीएम कैसा हो, वसुन्धरा राजे जैसा हो' जैसे नारे गूंजे. राजनीति में इसी तरह के जूलुस, रैलियां और जयकारे नेताओं की ताकत माने जाते हैं. वसुंधरा राजे ने भी इस धार्मिक यात्रा के जरिए अपनी राजनीतिक ताकत दिखाई है.
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आर के मार्बल से निम्बार्कतीर्थ सलेमाबाद (Nimbark Tirth Of Salemabad) हेलीकॉप्टर से रवाना हुईं. मीडिया से बातचीत में वसुंधरा राजे ने कहा कि में देव दर्शन (Former CM On Dev Darshan Yatra) और शोक संतप्त परिवारों के घर बैठने जा रहीं हैं.
दो दशक पुराना रिश्ता
वसुंधरा अपनी इस तथाकथित निजी यात्रा (Vasundhara Raje Private Tour) के पीछे का कारण आम जनता से अपने संबंधों को बताया. आत्मीयता दर्शायी और उम्र के हवाले से खुद को जिम्मेदार बताने का प्रयास किया. कहा- लोगों से 20-25 साल से जुड़ाव है. कई मेरे सामने बड़े हुए हैं... कई हो रहे हैं. लोगों का प्यार हमेशा से ही है मेरे साथ रहा है.
रवाना होने से पहले की 'नाश्ते पर चर्चा'
रवाना होने से पहले राजे ने आर के मार्बल के चेयरमैन अशोक पाटनी और सुरेश पाटनी के साथ नाश्ता किया. सूत्रों के मुताबिक कई अहम मुद्दों पर विचारों का आदान प्रदान किया. पूर्व सीएम ने आर के मार्बल फैक्ट्री यार्ड को विजिट कर मार्बल की बारीकियां भी जानीं. किशनगढ़ के फेमस मार्बल डंपिंग यार्ड का राजे ने हेलीकॉप्टर से हवाई निरीक्षण (Aerial Inspection By Raje) किया.
किशनगढ़ से राजे निम्बार्कतीर्थ सलेमाबाद में निम्बार्कपीठ पहुंची. जहां श्रीजी महाराज श्यामशरण देवाचार्य महाराज के दर्शन कर आशिर्वाद लिया. श्री जी महाराज के सानिध्य में राजे ने भगवान सर्वेश्वर प्रभु के दर्शन किए. इस दौरान मंदिर परिसर के बाहर बड़ी संख्या में राजे समर्थक उनकी एक झलक पाने के लिए आतुर दिखे. राजे का मंदिर परिसर में वेद विद्यार्थियों ने स्वस्ति वाचन के साथ अभिवादन किया. राजे करीब 20 मिनट तक मंदिर परिसर में रुकी. श्री जी महाराज के सानिध्य में राजे व पूर्व मंत्री यूनुस खान ने भोजन किया और इस दौरान श्रीजी महाराज के दर्शन करने के साथ ही उनसे संवाद भी किया. इसके बाद राजे पाली जिले के लिए रवाना हो गई.
वसुंधरा की यात्रा ने भाजपा में मचाई खलबली
23 से 26 के बीच वसुंधरा राजे सिंधिया मेवाड़ यात्रा (Vasundhara On Mewar Tour) पर थीं. इस यात्रा को देव दर्शन यात्रा का नाम दिया गया था और निजी यात्रा करार दिया गया था. खास बात ये रही कि यात्रा के प्रारंभ होने से पहले ही पार्टी के कद्दावर नेता गुलाब चंद कटारिया सीन से गायब हो गए. वो जयपुर पहुंच गए. इस बीच उनका बयान भी आया. इस बयान में राजे के खिलाफ तल्खी ज्यादा थी.
राजे की यात्रा को उनके समर्थक और प्रशंसक एक कामयाब यात्रा मान रहे हैं. जिसमें लोगों का हुजूम उमड़ता भी दिखा और स्थानीय पदाधिकारी अपनी फायर ब्रांड नेता के समर्थन में सड़क पर उतरते भी दिखे. इस दौरान जनता सेना प्रमुख रणवीर सिंह भिंडर (Raje and Bhinder Meeting) भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ जोरो शोरों से वसुंधरा की आगवानी करते दिखे. सूत्रों के मुताबिक राजे का ये अंदाज प्रदेश के बड़े नेताओं को रास नहीं आ रहा है. वहीं राजनैतिक पण्डित मान रहे हैं कि ये निजी यात्रा दरअसल एक राजनैतिक यात्रा थी जिसमें संदेश सबके लिए छुपा था.
बिलाड़ा पहुंची राजे
वसुंधरा राजे हवाई मार्ग से बिलाड़ा पंहुची, जहां उन्होंने बढ़ेर के दिवान माधुसिंह के पुत्र लक्ष्मणसिंह को श्रद्धांजलि दी. पूर्व मुख्यमंत्री के बिलाड़ा पहुंचने का निर्धारित समय 1 बजे था. जिसको लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद था. राजे का हैलिकाप्टर पहले पाली व बाद में बिलाड़ा पंहुचने पर विलंब हो गया. जिससे वे 4:15 बजे से आने के कारण भाजपा के कार्यकर्ता सीरवी मोतीसिंह स्टेडियम में इंतजार करते रहे. पूर्व मुख्यमंत्री के आगमन की सूचना पर जोधपुर के पूर्व सांसद जसवंतसिह विश्नोई, राज्य सभा सांसद रामनारायण डूडी, बिलाड़ा के पुर्व विधायक व मंत्री अर्जुनलाल गर्ग, पूर्व प्रधान सुमित्रा विश्नोई, जिला स्तर और जोधपुर ब्लॉक के अध्यक्ष उपस्थित रहे.
पाली के लिए रवाना
पूर्व मुख्यमंत्री का काफिला मोतीसिंह स्टेडियम से बढ़ेर चौक में माधुसिंह दिवान के पुत्र को श्रद्धांजलि देकर फिर से स्टेडियम रवाना हो गया. बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों को मुख्यमंत्री ने गाड़ी से सभी को धन्यावाद दिया. राजे को जैतारण विधायक अविनाश गहलोत के भाई को भी श्रद्धाजंलि देने पंहुचाना था. पाली के लिए उड़ान भरते समय पूर्व मुख्यमंत्री के साथ दो पूर्व सांसद जसवंतसिह विश्नोई और रामनारायण डूडी को भी अपने साथ बैठा लिया था. वहीं बिलाड़ा पंहुचने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और पाली सांसद पी.पी.चौधरी भी साथ रहे.