अजमेर. अजमेर केंद्रीय कारागार जेल में स्थित महिला बंदी सुधार गृह में मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए पहली बार महिला बंदी जेल में रहकर विधिवत करवा चौथ का पूजन कर पाएंगी. जेल अधीक्षक प्रीति चौधरी की पहल पर स्वयंसेवी संस्था 'अपनापन फाउंडेशन' ने जेल में बंदी महिलाओं को करवा चौथ पूजन की सामग्री उपलब्ध करवाई है.
महिला बंदी सुधार गृह में पहली बार करवाचौथ का व्रत और पूजन विधिवत तरीके से महिला बंदी करेंगी. जेल अधीक्षक प्रीति चौधरी ने बताया कि यह पहला अवसर है, जब जेल में महिला बंदियों को करवाचौथ पूजन की खुशी मिलेगी. मानवीय दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए महिला बंदियों को करवाचौथ व्रत की खुशी मनाने का अवसर दिया गया है. उन्होंने बताया कि इसके लिए स्वंयसेवी संस्था 'अपनापन फाउंडेशन' से संपर्क किया गया था. संस्था से जुड़ी महिलाओं ने पूजन सामग्री और करवाचौथ के लिए कथा की व्यवस्था महिला बंदी सुधार गृह में की है.
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महिला बंदी सुधार गृह की जेलर प्रियंका ने बताया कि जेल में करीब डेढ़ सौ महिला बंदी हैं. प्रत्येक महिला बंदी को पूजन सामग्री उपलब्ध करवाई गई है. उन्होंने बताया कि स्वयंसेवी संस्था की महिलाएं महिला बंदियों के साथ ही करवाचौथ का पूजन और कथा में शामिल रहेंगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि महिला बंदी सुधार गृह में कोरोना की वजह से परिजनों के मिलने की इजाजत नहीं दी गई है. वहीं फिलहाल ऑनलाइन की व्यवस्था भी नहीं है.
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संस्था की सदस्य वर्षा कंवर ने बताया कि जिस प्रकार घर पर रहकर करवा चौथ का पूजन और कथा की जाती है. उसी प्रकार से संस्था की महिलाएं महिला बंदी सुधार गृह में महिला बंदियों के साथ करवा चौथ का पूजन करेंगी. इसके लिए पूजन की थालियां सजा दी गई हैं और सभी महिलाओं के लिए पूजन सामग्री की व्यवस्था की गई है. अजमेर महिला बंदी सुधार गृह में महिला बंदियों को खुशी और घर का अहसास करवाने के लिए पहली बार जेल प्रशासन ने मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए नवाचार किया है.