जयपुर. जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्लाह रविवार को अजमेर प्रवास (Farooq Abdullah Ajmer Visit) पर थे. इस दौरान उन्होंने ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पर चादर चढ़ाने के साथ जियारत की. फारुक अब्दूल्लाह मीडिया से बातचीत करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना भी साधा.
बातचीत के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि हम बीजेपी के साथ न तो कभी थे और न रहेंगे. जम्मू कश्मीर में आगामी चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने का अधिकार सबको है. मैं अजमेर दरगाह आया हूं तो पहले मैं अपने परिवार के लिए दुआ करूंगा फिर दोस्तों एवं वतन के लिए दुआ करूंगा. मैं दुआ करूंगा कि वतन की तरक्की हो और लोगों को कोरोना महामारी से निजात मिले और सभी भाईचारे से रहें.
कश्मीर के हालातों पर किये गए सवाल को पूर्व सीएम टाल गए और कहा कि खुद आकर वहां के हालात आप देख लें. उन्होंने कहा कि वह कल होने वाली डिलिटेशन कमीशन की बैठक में भाग लेंगे. आगामी चुनाव में बीजेपी के खिलाफ सभी क्षेत्रीय पार्टियां एकजुट होंगी. उन्होंने कहा कि हम बीजेपी के साथ न थे और न रहेंगे. हमारा खुद का अपना एजेंडा है. जब चुनाव में मुकाबला होगा तब देखा जाएगा.
पूर्व सीएम फारुक अब्दुल्लाह का है दरगाह से नाता
जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारुक अब्दुल्लाह का अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह से गहरा नाता है. फारुक अब्दुल्लाह वर्ष में एक बार ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में आते रहे हैं लेकिन कोरोना महामारी की वजह से वह लंबे अरसे से अजमेर दरगाह नहीं आ पा रहे थे. रविवार को वह कड़ी सुरक्षा के बीच अजमेर सर्किट हाउस पहुंचे यहां कुछ देर विश्राम करने के बाद वह ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पहुंचे जहां उन्होंने मखमली चादर और अकीदत के फूल पेश किए. जियारत के बाद पूर्व सीएम फारुक अब्दुल्लाह ने बातचीत में कहा कि अपनी सेहत के लिए भी उन्होंने दुआ मांगी है ताकि वह वतन और जम्मू-कश्मीर में बहार खुद देख सकें. धारा 370 के सवाल पर उन्होंने कहा कि नो कमेंट.