अजमेर. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए शुक्रवार को जिला पुलिस की ओर से ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह को आगामी 10 मार्च तक आमजन के लिए बंद रखने का फैसला लिया गया है. जिससे भीड़भाड़ से बचा जा सके. ये निर्णय शुक्रवार को दरगाह कमेटी और अंजुमन के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में लिया गया.
बता दें कि राजस्थान में धारा 144 लागू कर दी गई है. इसी के तहत दरगाह को बंद करने का निर्णय लिया गया जो आगामी 31 मार्च तक जारी रहेगा. इस दौरान दरगाह की आवश्यक धार्मिक रस्में पूरी की जाती रहेंगी जिसके लिए अधिकतम 20 व्यक्तियों को दरगाह में जाने की अनुमति पुलिस विभाग द्वारा दी जाएगी.
भीलवाड़ा में कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्ध के बाद प्रशासन हुआ सतर्क
बता दें कि भीलवाड़ा के झुंझुनू में कोरोना संक्रमण से स्थिति काफी खराब हो चुकी है. ऐसे में भीड़भाड़ रोकने के लिए इस कदम को उठाया गया है जिसके लिए दरगाह शरीफ का केवल निजाम गेट खुला रहेगा, बाकी गेट बंद रहेंगे.
पुलिस अधीक्षक ने जानकारी देते हुए बताया कि बाहर से किसी भी जिले से अथवा विदेश से कोई भी मित्र या रिश्तेदार आने पर प्रति व्यक्ति की सर्वप्रथम स्क्रीनिंग की जाएगी. साथ ही सार्वजनिक स्थलों पर नहीं घूमे ये भी ध्यान रखा जाएगा.
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दरगाह बंद के समय बनी विवाद की स्थिति
पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप द्वारा दरगाह को खाली करवाया गया और सभी खादिमों को बाहर निकालने की बात कही. इसपर कुछ खादिम भड़क उठे और उन्होंने बाहर निकलने से मना कर दिया. ऐसे में पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जो भी व्यक्ति कार्रवाई के बीच आएगा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. ऐसे में दरगाह शरीफ में जायरीनो की आवक को तो बंद कर दिया गया है. लेकिन अब तक दरगाह का मुख्य द्वार जिसे निजाम गेट कहा जाता है वो खुला है.