अजमेर. ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह को 21 हजार चिरागों से रोशन किया गया. सूफी संत मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में 21 हजार चिराग जलाकर कोरोना महामारी के खात्मे को लेकर दुआ की गई है. जिस तरह से पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. उसको देखते हुए ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर दुआ की गई है. यह वह बारगाह है, जहां से किसी की दुआ खाली नहीं जाती. राजा हो या रंक नेता हो या अभिनेता सभी लोग यहां आकर अपने घुटने टेकते हैं और ख्वाजा गरीब नवाज के सामने दुआ मांगते हैं.
रविवार को चिश्तिया मिशन की ओर से गरीब नवाज की दरगाह में कार्यक्रम को आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में कई खादिम और दरगाह कमेटी कर्मचारी और पुलिसकर्मी भी शामिल हुए. वहीं दरगाह शरीफ के बेगमी दालान, आहाता-ए-नूर, पायती दरवाजा, बुलंद दरवाजा, निजाम गेट, छतरी गेट, अकबरी मस्जिद, शाहजानी मस्जिद सहित विभिन्न स्थानों पर दिए जलाए गए. उस समय ऐसा लग रहा था मानो आज ख्वाजा के घर दिवाली है.
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चिश्तिया सूफी मिशन के अध्यक्ष यासिर ने दरगाह शरीफ में 21 हजार चिराग जला कर दुआ की. चिराग जलाने का कार्यक्रम शनिवार रात को रखा गया था, लेकिन दरगाह नाजिम की अनुमति नहीं मिलने के कारण इसे रविवार को रखा गया. बता दें कि जिस तरह से कोरोना संक्रमण के बीच धार्मिक स्थानों को भी बंद किया गया था, उसको लेकर भी दुआ की गई. इतिहास में पहली बार एक साथ सभी धार्मिक स्थानों को बंद किया गया. अजमेर में धार्मिक स्थानों की बात की जाए तो दो बड़े धार्मिक स्थान यहां मौजूद हैं, जहां देश और विदेश से जायरीन और श्रद्धालु पहुंचते हैं.