अजमेर. ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के नजदीक शौचालय की भूमि का विवाद बढ़ता जा रहा है. जिसको लेकर दरगाह कमेटी के सदर अमीन पठान ने ख्वाजा मॉडल स्कूल परिसर में गुरुवार को एक प्रेस वार्ता आयोजित की. जिसमें उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा, कि जमीन दरगाह कमेटी के अधीन है. दरगाह आने वाले जायरीन की सुविधा के लिए शौचालय बनाया जाना प्रस्तावित है.
कमेटी से पहले की चर्चा
सदर ने ये भी कहा, कि दरगाह दीवान की सहमति के बाद दरगाह के खादिमों की संस्था अंजुमन कमेटी से पहले ही चर्चा कर ली गई थी, बावजूद इसके कुछ लोग विकास कार्यों में अटक लगाने का प्रयास कर रहे हैं. ख्वाजा गरीब नवाज यूनिवर्सिटी अस्पताल, ख्वाजा गरीब नवाज मॉडल स्कूल को लेकर भी सवाल किए गए थे.
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उच्च न्यायालय में लगाई जनहित याचिका
उन्होंने बताया, कि विरोध कर रहे लोगों ने उच्च न्यायालय में जनहित याचिका लगाई है. उस पर किसी तरह का कोई स्टे नहीं है. ऐसे में जायरीन की सुविधा के लिए हो रहे विकास कार्यों को रोका नहीं जाएगा. पठान ने कहा, कि दरगाह के समीप जमीन पर जायरीन के लिए दो मंजिला शौचालय बनाए जाएंगे. निचली मंजिल को कोर्ट के आदेश तक खुला रखा जाएगा. उसके बाद जो भी कोर्ट का आदेश होगा, उसका सम्मान करते हुए निचली मंजिल पर निर्माण होगा.
जायरीन के लिए टॉयलेट की व्यवस्था
उन्होंने कहा, कि प्रधानमंत्री के पोर्टल पर अक्सर शिकायतें मिलती हैं. उनमें सबसे ज्यादा शिकायत टॉयलेट्स को लेकर मिलती है. इससे मैसेज गलत जाता है, कि जायरीनों के लिए टॉयलेट की व्यवस्था भी अजमेर दरगाह कमेटी या अजमेर प्रशासन नहीं करवा सकता.