अजमेर. लॉकडाउन के दौरान गुरुवार को अजमेर जिला कलेक्ट्रेट के बाहर कई पार्षदों ने एकजुट होकर विरोध-प्रदर्शन किया. पार्षदों का आरोप है कि बीएलओ के माध्यम से जो सूची प्रशासन ने तैयार करवाई है, उस सूची में कई मजदूर और गरीब परिवार का जिक्र नहीं है. उनकी मांग है कि अजमेर के कलेक्टर स्थानीय जनप्रतिनिधियों को बैठक में बुलाएं या फिर उनसे रायशुमारी करें और उसके बाद सभी असहाय और गरीब परिवारों को चिन्हित किया जाए.
विरोध-प्रदर्शन करने वाले पार्षदों ने तर्क दिया कि हर वार्ड में पार्षद को ये पता होता है कि उसके इलाके में कौन-सा परिवार किसी स्थिति में है. इसलिए प्रशासन जनप्रतिनिधियों के सहयोग के साथ ऐसी सूची तैयार करें, जिससे शहर में कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए.
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वहीं, दूसरी ओर पुलिस-प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए 4 महिला पार्षदों को हिरासत में ले लिया. पुलिस का कहना है कि पार्षद इस वक्त कलेक्ट्रेट के बाहर धारा 144 का उल्लंघन कर रहे हैं और उसी उल्लंघन के चलते उनको हिरासत में लिया जा रहा है.