अजमेर. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अजमेर में लगभग 5.30 करोड़ की लागत से बाड़ी नदी रिवर फ्रंट डेवलपमेंट का कार्य किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट के वर्क आर्डर नवंबर 2020 में जारी कर दिए गए हैं. यह प्रोजेक्ट अगस्त 2021 में पूरे किए जाने की संभावनाएं जताई जा रही है.
बता दें कि रिवरफ्रंट डेवलपमेंट का कार्य पूरा होने के बाद पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. इस प्रोजेक्ट पर दो चरणों में कार्य किया जाना प्रस्तावित है. वहीं रिवर फ्रंट डेवलपमेंट के तहत पहले चरण में पुष्कर रोड से आरके पुरम तक रिवर फ्रंट को विकसित किया जाएगा. बाड़ी नदी के दोनों किनारों पर वॉकिंग ट्रैक भी बनाया जाएगा. पर्यावरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हरियाली विकसित की जाएगी. बाड़ी नदी के किनारे अंतिम छोर पर आकर्षक फेंसिंग की जाएगी. वाकिंग ट्रैक के किनारे लाइटें भी लगाई जाएंगी. यह पूरा कार्य लगभग दो चरणों में किया जाएगा.
प्रथम चरण में होंगे ये कार्य
प्रथम चरण में अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड अजमेर के तहत पुष्कर रोड, हरिभाऊ उपाध्याय नगर बी ब्लॉक से रामनगर, रामनगर से बीके कॉल तक और ज्ञान विहार से आरके पुरम तक रिवरफ्रंट डॉलर बैंड का कार्य किया जाएगा. इन सभी कार्य पूरा होने के बाद क्षेत्रवासियों के घूमने के लिए बेहतर विकल्प तैयार किया जाएगा, जिससे क्षेत्र के लोगों को भी घूमने में आसानी होगी. इस तरह से बाड़ी नदी में चारों ओर गंदगी फैली है, उससे साफ-सुथरा करते हुए उसे सुंदर भी बनाया जाएगा.
दूसरे चरण में होंगे ये कार्य
चरण में आरके पुरम से फाईसागर तक रिवर फ्रंट विकास कार्य मनरेगा या अन्य योजना के तहत किया जाएगा. इसके विकास होने से आसपास रहने वाले नागरिकों को घूमने की सुविधा भी मिलेगी. वहीं बाड़ी नदी में हो रहे अतिक्रमण भी रुक पाएंगे. रिवरफ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट जिला कलेक्टर और अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड अजमेर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित व नगर निगम आयुक्त खुशाल यादव के मार्गदर्शन में लगभग 5.30 करोड़ की लागत से इस कार्य को पूरा किया जाएगा.
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रिवर फ्रंट डेवलपमेंट से अजमेर में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. आनासागर लेकफ्रंट डेवलपमेंट के साथ बाड़ी नदी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगा. वहीं नदी के आसपास प्राकृतिक वातावरण होगा. घूमने और टहलने के लिए स्वास्थ्य पर्यावरण भी यहां आने वाले लोगों को मिलने लगेगा. बाड़ी नदी के आसपास रहने वाले लोगों के लिए यह प्रोजेक्ट काफी आकर्षक होगा.
लोगों के लिए होगा एक बेहतर विकल्प
स्थानीय निर्वतमान पार्षद ज्ञानचंद सारस्वत ने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत क्षेत्र के लोगों के लिए बेहतर कार्य किया जा रहा है, जिस तरह से बाड़ी नदी धीरे-धीरे लुप्त हो रही थी तो उसको बचाने का एक प्रयास स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट द्वारा किया गया है. सारस्वत ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के तहत काफी मकान भी बाड़ी नदी के आसपास बने हैं. वहीं उन्होंने कहा कि लोगों का आशियाना न टूटे. इसको देखते हुए इस प्रोजेक्ट को तैयार किया जाए, जिससे लोगों का घर भी बच सके और पर्यटन को बढ़ावा मिल सके. रामनगर, हरिभाऊ उपाध्याय नगर ,बीके कॉल सिनेवर्ल्ड, कोटडा, पुष्कर रोड और फाई सागर रोड सभी आसपास के लोगों के लिए घूमने के लिए एक बेहतर विकल्प होगा, जिसे स्मार्ट सिटी द्वारा काफी सुंदर और आकर्षक बनाने की कोशिश की जा रही है.
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समाजसेवी और क्षेत्रीय नागरिक शैलेश गुप्ता ने कहा कि इस प्रोजेक्ट को तैयार करने के लिए लगभग साढ़े पांच करोड़ रुपए का विकास कार्य होना है. स्मार्ट सिटी के अध्यक्ष और जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित का लुप्त होती हुई बाड़ी नदी की ओर ध्यान आकर्षित हुआ है, जिसके लिए उन्हें धन्यवाद दिया गया. लेकिन यह भी बताया गया कि यह पूरा कार्य इमानदारी के साथ किया जाए. किसी भी व्यक्ति को परेशान न किया जाए. बाड़ी नदी के विकास कार्य होने के बाद आसपास के लोगों को घूमने के लिए वॉकिंग में जॉगिंग करने के लिए भी एक बेहतर विकल्प मिलेगा.