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सीएम गहलोत ने बाल संगम कार्यक्रम में की शिरकत, कहा- मोबाइल एक क्रांति लेकिन इसका सदुपयोग जरूरी - Ajmer Gehlot News

प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री पंडित नेहरु की 130वीं जयंती पर बाल अधिकार सप्ताह के तहत बाल संगम कार्यक्रम में शिरकत की. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन तकनीक एक क्रांति है. युवा एवं विद्यार्थी इसका सदुपयोग कर देश एवं समाज का नव निर्माण कर सकते हैं.

बाल संगम कार्यक्रम, Bal Sangam Program
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Published : Nov 18, 2019, 7:17 PM IST

अजमेर. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को देश के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु की 130वीं जयंती पर बाल अधिकार सप्ताह के तहत जिले में बाल संगम कार्यक्रम में शिरकत की. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन तकनीक एक क्रांति है. युवा एवं विद्यार्थी इसका सदुपयोग कर देश एवं समाज का नव निर्माण कर सकते हैं. वहीं इसका दुरुपयोग उन्हें नकारात्मक दिशा की ओर भी ले जा सकता है.

सीएम गहलोत ने बाल संगम कार्यक्रम में की शिरकत

गहलोत ने कहा कि बदलते जमाने के साथ ही हमें शिक्षा पर भी अधिक जोर देना होगा. वहीं, उन्होंने महिलाओं में घूंघट प्रथा को समाप्त करने के लिए सामाजिक सोच में बदलाव लाने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि दुनिया में ज्ञान ही शक्ति है इसका उपयोग मानव सभ्यता का विकास कर सकता है और दुरुपयोग हमें विनाश की ओर धकेल सकता है. उन्होंने कहा कि परमाणु शक्ति का दुरुपयोग बिजली निर्माण और विकास कार्यों में जहां सार्थक है तो दुरुपयोग हिरोशिमा एवं नागासाकी जैसी विभीषिका के रूप में सामने आता है.

पढ़ें- मुख्यमंत्री गहलोत के दौरे से पहले अजमेर में अतिक्रमण के खिलाफ नगर-निगम का चला पीला पंजा

सीएम ने पंडित नेहरू के योगदान की भी चर्चा करते हुए कहा कि पंडित नेहरू ने देश की आजादी के लिए कई वर्ष जेल में बिताए. प्रधानमंत्री के रूप में पंडित नेहरू ने देश में विकास की नींव रखी. उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू के योगदान की जानकारी नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए हम सभी को प्रयास करने होंगे. गहलोत ने यह भी कहा कि राज्य सरकार बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देकर उन्हें सशक्त बना रही है.

गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में मेरे दूसरे कार्यकाल में राजस्थान पहला ऐसा राज्य बना जहां बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए अलग से बाल अधिकारिता विभाग है. उन्होंने केंद्र सरकार से भी अपील की है कि अन्य राज्यों में भी बाल अधिकारिता विभाग बनाए जाएं एवं बाल गृह बनाकर उनके संचालन के लिए आर्थिक सहयोग करें. उन्होंने शिक्षकों से कहा कि बच्चे कच्ची मिट्टी जैसे होते हैं आप जैसा डालेंगे वह वैसा ही बन जाएंगे शिक्षक बच्चों को संस्कारवान बनाएं.

कार्यक्रम में सीएम ने अजमेर, उदयपुर, बीकानेर और कोटा में एक साथ शुरू हुए कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों का ऑनलाइन उद्घाटन किया. साथ ही राज्य में बाल गृहों की देखरेख में आर्थिक सहयोग करने वाले भामाशाह एवं मेधावी बालक-बालिकाओं का सम्मान किया. वहीं, इसके साथ ही कौशल विकास प्रशिक्षण के मॉड्यूल एवं बाल अधिकार संरक्षण के लिए तैयार प्रचार सामग्री का सीएम गहलोत ने विमोचन किया. कार्यक्रम में गहलोत ने छात्राओं को स्कूटी एवं साइकिल का वितरण भी किया.

अजमेर. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को देश के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु की 130वीं जयंती पर बाल अधिकार सप्ताह के तहत जिले में बाल संगम कार्यक्रम में शिरकत की. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन तकनीक एक क्रांति है. युवा एवं विद्यार्थी इसका सदुपयोग कर देश एवं समाज का नव निर्माण कर सकते हैं. वहीं इसका दुरुपयोग उन्हें नकारात्मक दिशा की ओर भी ले जा सकता है.

सीएम गहलोत ने बाल संगम कार्यक्रम में की शिरकत

गहलोत ने कहा कि बदलते जमाने के साथ ही हमें शिक्षा पर भी अधिक जोर देना होगा. वहीं, उन्होंने महिलाओं में घूंघट प्रथा को समाप्त करने के लिए सामाजिक सोच में बदलाव लाने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि दुनिया में ज्ञान ही शक्ति है इसका उपयोग मानव सभ्यता का विकास कर सकता है और दुरुपयोग हमें विनाश की ओर धकेल सकता है. उन्होंने कहा कि परमाणु शक्ति का दुरुपयोग बिजली निर्माण और विकास कार्यों में जहां सार्थक है तो दुरुपयोग हिरोशिमा एवं नागासाकी जैसी विभीषिका के रूप में सामने आता है.

पढ़ें- मुख्यमंत्री गहलोत के दौरे से पहले अजमेर में अतिक्रमण के खिलाफ नगर-निगम का चला पीला पंजा

सीएम ने पंडित नेहरू के योगदान की भी चर्चा करते हुए कहा कि पंडित नेहरू ने देश की आजादी के लिए कई वर्ष जेल में बिताए. प्रधानमंत्री के रूप में पंडित नेहरू ने देश में विकास की नींव रखी. उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू के योगदान की जानकारी नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए हम सभी को प्रयास करने होंगे. गहलोत ने यह भी कहा कि राज्य सरकार बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देकर उन्हें सशक्त बना रही है.

गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में मेरे दूसरे कार्यकाल में राजस्थान पहला ऐसा राज्य बना जहां बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए अलग से बाल अधिकारिता विभाग है. उन्होंने केंद्र सरकार से भी अपील की है कि अन्य राज्यों में भी बाल अधिकारिता विभाग बनाए जाएं एवं बाल गृह बनाकर उनके संचालन के लिए आर्थिक सहयोग करें. उन्होंने शिक्षकों से कहा कि बच्चे कच्ची मिट्टी जैसे होते हैं आप जैसा डालेंगे वह वैसा ही बन जाएंगे शिक्षक बच्चों को संस्कारवान बनाएं.

कार्यक्रम में सीएम ने अजमेर, उदयपुर, बीकानेर और कोटा में एक साथ शुरू हुए कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों का ऑनलाइन उद्घाटन किया. साथ ही राज्य में बाल गृहों की देखरेख में आर्थिक सहयोग करने वाले भामाशाह एवं मेधावी बालक-बालिकाओं का सम्मान किया. वहीं, इसके साथ ही कौशल विकास प्रशिक्षण के मॉड्यूल एवं बाल अधिकार संरक्षण के लिए तैयार प्रचार सामग्री का सीएम गहलोत ने विमोचन किया. कार्यक्रम में गहलोत ने छात्राओं को स्कूटी एवं साइकिल का वितरण भी किया.

Intro:अजमेर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मोबाइल फोन तकनीक एक क्रांति है युवा एवं विद्यार्थी इसका सदुपयोग कर देश एवं समाज का नव निर्माण कर सकते हैं वहीं इसका दुरुपयोग उन्हें नकारात्मक दिशा की ओर भी ले जा सकता है। गहलोत ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु की 130 वी जयंती पर बाल अधिकार सप्ताह के तहत अजमेर में बाल संगम कार्यक्रम में शिरकत की।

जवाहर रंगमंच पर आयोजित बाल संगम कार्यक्रम में गहलोत ने कहा कि बदलते जमाने के साथ ही हमें शिक्षा पर भी अधिक जोर देना होगा गहलोत ने महिलाओं में घूंघट प्रथा को समाप्त करने के लिए सामाजिक सोच में बदलाव लाने की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम में सीएम अशोक गहलोत ने अजमेर उदयपुर बीकानेर व कोटा में एक साथ शुरू हुए कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों का ऑनलाइन उद्घाटन किया। साथ ही राज्य में बाल गृहों की देखरेख में आर्थिक सहयोग करने वाले भामाशाह एवं मेधावी बालक बालिकाओं का सम्मान किया। इसके साथ ही कौशल विकास प्रशिक्षण के मॉड्यूल एवं बाल अधिकार संरक्षण के लिए तैयार प्रचार सामग्री का भी विमोचन किया। अपने संबोधन में गहलोत ने कहा कि दुनिया में ज्ञान ही शक्ति है इसका उपयोग मानव सभ्यता का विकास कर सकता है और दुरुपयोग हमें विनाश की ओर धकेल सकता है उन्होंने कहा कि परमाणु शक्ति का दुरुपयोग बिजली निर्माण और विकास कार्यों में जहां सार्थक है तो दुरुपयोग हिरोशिमा एवं नागासाकी जैसी विभीषिका के रूप में सामने आता है.....
फ्रंट बाइट अशोक गहलोत सीएम राजस्थान सरकार

अपने संबोधन में गहलोत ने पंडित नेहरू के योगदान की भी चर्चा करते हुए कहा कि पंडित नेहरू ने देश की आजादी के लिए कई वर्ष जेल में बिताए। प्रधानमंत्री के रूप में पंडित नेहरू ने देश में विकास की नींव रखी। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू के योगदान की जानकारी नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए हम सभी को प्रयास करने होंगे। गहलोत ने यह भी कहा कि राज्य सरकार बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देकर उन्हें सशक्त बना रही है उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में मेरे दूसरे कार्यकाल में राजस्थान पहला ऐसा राज्य बना जहां बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए अलग से बाल अधिकारिता विभाग है। गहलोत ने केंद्र सरकार से भी अपील की है कि अन्य राज्यों में भी बाल अधिकारिता विभाग बनाए जाएं एवं बाल गृह बनाकर उनके संचालन के लिए आर्थिक सहयोग करें। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि बच्चे कच्ची मिट्टी जैसे होते हैं आप जैसा होने डालेंगे वह वैसा ही बन जाएंगे शिक्षक बच्चों को संस्कारवान बनाएं ....
बाइट अशोक गहलोत सीएम राजस्थान सरकार

कार्यक्रम में गहलोत ने छात्राओं को स्कूटी एवं साइकिल का वितरण भी किया। इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल ,सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव, चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा, खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष संगीता बेनीवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य लोग कार्यक्रम में उपस्थित रहे।


Body:प्रियांक शर्मा
अजमेर


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