अजमेर. ख्वाजा गरीब नवाज के 810 वें उर्स (810th Urs of Khwaja Garib Nawaz) के मौके पर दरगाह में चादर पेश करने का सिलसिला जारी है. शनिवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से दरगाह में मखमली चादर और अकीदत के फूल पेश किए गए.
वक्फ बोर्ड के चेयरमैन खानुखां बुधवाली चादर लेकर पहुंचे. इससे पहले बुधवाली सर्किट हाउस भी रुके जहां उन्होंने वक्फ संपत्तियों को लेकर बोर्ड की कार्ययोजनाओं पर बातचीत की. इसके बाद सीएम की चादर लेकर बुधवाली दरगाह पहुंचे. बुधवाली के साथ पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री नसीम अख्तर, राजस्थान कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष आबिद कागज़ी सहित प्रकोष्ठ के स्थानीय कार्यकर्त्ता मौजूद रहे. अंजुमन कमेटी के पूर्व सदर वाहिद अंगारा शाह ने बुधवाली को जियारत करवाकर दस्तारबंदी कर तबर्रुक भेंट किया.
सीएम अशोक गहलोत का संदेश : बुधवाली ने महफिल खाने के बाहर सीएम अशोक गहलोत का संदेश पढ़कर सुनाया. बातचीत में बुधवाली ने वक्फ की संपत्ति पर काबिज लोगों से कब्जा छोड़ने की अपील की. बुधवाली ने बताया कि वर्तमान डीएलसी रेट की 2 फीसदी किराया वसूल करने को लेकर कार्य योजना बनाई जा रही है. वक्फ की संपत्ति के डिजिटलाइजेशन के सवाल पर उन्होंने कहा कि 11 जिलों में कार्य चल रहा है. धीरे धीरे पूरे प्रदेश में वक्फ की संपत्तियों का डिजिटलाइजेशन होगा.
स्थानीय नेता रहे नदारदः सीएम अशोक गहलोत की चादर दरगाह लेकर पहुचे खानुखां बुधवाली के साथ स्थानीय कांग्रेस की नेता के तौर पर केवल पूर्व राज्यमंत्री नसीम अख्तर ही नजर आई. जबकि निवर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन, पूर्व विधायक राजकुमार जयपाल, डॉ श्रीगोपाल बाहेती, पूर्व प्रदेश सचिव महेंद्र सिंह रलावता, कांग्रेसी नेता हेमंत भाटी नजर नहीं आए.
सीएम अशोक गहलोत ने यह दिया संदेशः सीएम अशोक गहलोत ने अपने संदेश में कहा कि 'मुझे खुशी है कि इस साल वली उल हिन्द सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का 810 वां उर्स मुबारक (Ajmer Dargah Urs 2022) मनाया जा रहा है. हिंदुस्तान की सरजमी को ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती जैसे महान ओलियाओं ने हमेशा खुदाई खिदमत और रूहानी तालीमात से फैजयाब किया है.
गरीब नवाज ने समाज के कमजोर गरीब और बेसहारा लोगों की खिदमत करने, एक दूसरे के साथ आपसी भाईचारा और सद्भाव कायम रखने, मुल्क की बेहबूदी और परवर दिगार की इबादत करने पर जोर दिया. आज के वक्त में जब मजहब के नाम पर समाज को कमजोर करने की कोशिशें की जा रही हैं, तब ख्वाजा गरीब नवाज का कौमी यकजहती का पैगाम और भी ज्यादा मौजू हो जाता है.
ख्वाजा गरीब नवाज जैसी अजीमुश्शान हस्ती के आस्ताने पर ना शेर हिंदुस्तान बल्कि दुनिया के दीगर मुल्कों से सभी धर्मों के जायरीन अकीदत के साथ अपनी मन्नत लेकर हाजिर होते हैं. संदेश में कहा कि मुझे उम्मीद है उर्स मुबारक के मौके पर आने वाले तमाम जायरीन गरीब नवाज की रूहानी तालीमात हासिल कर अमन, चैन, खुशहाली और भाईचारे का पैगाम दूर-दूर तक फैलाएंगे. मैं इस मुबारक मौके पर ख्वाजा गरीब नवाज के आस्ताने पर खिराजे अकीदत पेश करता हूं. साथ ही उर्स मुबारक के मौके पर यहां तशरीफ लाने वाले सभी जायरीन का इस्तकबाल करते हुए उसकी कामयाबी के लिए दुआ करता हूं'.