अजमेर. शहर में चोरों के हौसले लगातार बुलंद होते हुए नजर आ रहे हैं. जिसपर पुलिस की ओर से रोकने के बजाय मुकदमों में कटौती कर आंकड़े घटाने का प्रयास की जा रही है. वहीं, ऐसा ही एक और मामला हाल ही में सामने आया. जिसमें पुलिस ने एक श्रमिक के घर से 6 लाख 50 हजार की चोरी हो जाने के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया है. इसके बाद जब 17 दिन बाद अधिकारियों तक बात पहुंची तब जाकर इस चोरी का मामला दर्ज किया गया.
बता दें कि लोहागल निवासी जगदीश नाथ ने जानकारी देते हुए बताया कि लॉकडाउन से पहले वह रिक्शा चलाया करता था. मार्केट नहीं होने के कारण वह खुली मजदूरी करता है. साथ ही वह अपने परिवार के साथ बाहर गया हुआ था. जिसके बाद 26 नवंबर की रात में अज्ञात चोर उसके घर में घुसे और घर में रखे 2 लाख की नकदी सोने-चांदी के जेवरात व अन्य सामान चुरा कर ले गए.
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पीड़ित जगदीश ने बताया कि उसके घर के सामने ही स्थित फैक्ट्री के सीसीटीवी फुटेज में आरोपी भी कैद हुआ है. जिसकी रिपोर्ट के अनुसार पुलिस को दे दी गई है. इसके साथ ही थाने में ASI सरदार सिंह उसे लगातार टरकाते रहे, लेकिन मुकदमा दर्ज तक नहीं किया गया. बाद में अब जाकर पुलिस ने चोरी का मुकदमा दर्ज किया. इस मामले को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर एक बार फिर सवालियां निशान खड़ा हो गया है. चोरी के मामलों में पुलिस आखिर क्यों मुकदमें दर्ज करने से कतराती है. यह सवाल आज फिर उठ गया है.