अजमेर. जिले के नसीराबाद के डॉ. ललित डीडवानिया के साथ बीते कुछ दिन पहले मारपीट का मामला सामने आया था. जिस पर डॉक्टर ने स्थानीय थाने में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था. वहीं, शुक्रवार को पीड़ित डॉक्टर अपने एसोसिएशन के अन्य डॉक्टरों के साथ कलेक्ट्रेट स्थित एसपी कार्यालय पर पहुंचे.
डॉक्टरों ने एसपी कुंवर राष्ट्रदीप से मुलाकात कर अपनी आपबीती सुनाई और एसपी से जल्द से जल्द आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. डॉ. डीडवानिया ने बताया कि जब वे हॉस्पिटल से घर जा रहे थे, तभी उनके साथी डॉक्टर ने कहा कि एक इमरजेंसी पेशेंट को और देख लो. इसके बाद जब वह पेशेंट को देखने गए तो वहां पर राकेश पंजाबी नामक युवक और उसके साथियों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी.
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डीडवानिया ने बताया कि इसके बाद अपने कमरे पर गए तो वहां से आने के बाद फिर से कुछ लोगों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी. इसकी शिकायत उन्होंने स्थानीय थाने पर भी दी है और वह चाहते हैं कि पुलिस जल्द से जल्द कार्रवाई करें.
सरकारी भवन में चल रहे अस्पताल को किया गया शिफ्ट
अजमेर में पुलिस लाइन परिसर स्थित डिस्पेंसरी में जहां अब तक मरीजों का इलाज होता था, उसी जगह पर पुलिस अधिकारी और जवान कंप्यूटर में किताबी ज्ञान से खुद को अब अपडेट करेंगे. यहां लगभग 70 साल से पुलिस लाइन में स्थित सरकारी भवन में चल रहे अस्पताल की नींव अब हिल चुकी है. कोरोना संक्रमण काल के बीच यह फैसला पुलिस के बड़े अधिकारियों द्वारा लिया गया है. जहां काफी संख्या में लोग अपना इलाज कराने पहुंचते थे, उस भवन से सरकारी डिस्पेंसरी को अब हटा दिया गया है.