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अजमेरवासियों को बर्ड पार्क की सौगात...प्रवासी पक्षियों का डेरा - Migratory Bird Camp in Ajmer Bird Park

अजमेर में शहरवासियों को जल्द ही 55 लाख की लागत से बर्ड पार्क की सौगात मिलने जा रही है. इस पार्क में इस बार ठंड के मौसम में आनासागर झील के साथ-साथ प्रवासी पक्षियों की अठखेलियां नजर आ रही हैं.

बर्ड पार्क में टीलों पर नजर आएंगे पक्षी, Birds seen on dunes in the bird park
अजमेरवासियों को बर्ड पार्क की सौगात
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Published : Jan 4, 2021, 7:49 PM IST

अजमेर. शहर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बर्ड पार्क बनकर तैयार हो गया है. वैशाली नगर स्थित सागर विहार में 55 लाख की लागत से बर्ड पार्क की सौगात शहरवासियों को मिलने जा रही है. जहां ठंड के मौसम में इस बार आनासागर झील के साथ-साथ बर्ड पार्क में प्रवासी पक्षियों की अठखेलियां नजर आ रही हैं.

बर्ड पार्क में टीलों पर नजर आएंगे पक्षी, Birds seen on dunes in the bird park
बर्ड पार्क में प्रवासी पक्षियों का डेरा

यह क्षेत्र देशी पक्षियों के साथ प्रवासी पक्षियों का घरौंदा है. जिला कलेक्टर, अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित, नगर निगम आयुक्त और अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड अजमेर के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. खुशाल यादव की नियमित मॉनिटरिंग की वजह से स्मार्ट सिटी के कार्य घरातल पर नजर आने लगे हैं. बर्ड पार्क के साथ कई प्रोजेक्ट जल्द ही पूरे होने जा रहे हैं.

सागर विहार कॉलोनी के पीछे 26 हजार 400 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बर्ड पार्क तैयार किया गया है. यहां पर मिट्टी के पांच- छह प्राकृतिक टीलों की छटा देखते ही बनती है. बर्ड पार्क में और बाहर की ओर विभिन्न किस्म के पेड़-पौधे लगाए जाएंगे, जैसे बरगद, पीपल, नीम, गुलमोहर शामिल हैं. बर्ड पार्क में पक्षियों के चित्र और विवरण लगाने का कार्य प्रगति पर है.

ऐतिहासिक आनासागर झील प्रवासी पक्षियों की पसंददीदा जगह है. यहां पर विभिन्न प्रजातियों के पक्षी प्रति वर्ष यहां पर डेरा जमाने के लिए आते हैं. प्रवासी पक्षियों को देखने के लिए के लिए स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों की चहल पहल नजर आती है. पक्षियों की ज्यादा आवक को देखते हुए इसका निर्माण किया गया है.

अध्ययन में कारगर साबित होगा पार्क

प्रदेश में भरतपुर के केवलादेव घना पक्षी अभ्यारण्य की तर्ज पर पक्षियों के चित्र और नाम लिखे संकेतक भी लगाए जा रहे हैं. अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए पार्क कारगर साबित होगा. आमजन भी प्रवासी पक्षियों को आसानी से पहचान कर सकेंगे. यहां पर आने वाले लोग पक्षियों के चित्रों को देखकर उनकी पहचान कर सकेंगे और उस पक्षी के बारे में विस्तार से जान पाएंगे. प्रमुख रूप से यहां पर देसी पनकौवा, श्वेत वक्ष किलकिला, सफेद या गुलाबी हवासिल, डालमेश, हवासिल, काला सफेद किलकिला, अंधा बगला, लाल अंजन, चौबाहा, छोटा पनकौवा, तिदरी बत्तख,सफेद भौंह खंजन और पिलक्या आदि की जानकारी मिल सकेगी.

प्राकृतिक टीलों पर नजर आएंगे पक्षी

सागर विहार बर्ड पार्क की नम भूमि और घास को यथावत रखा गया है. पार्क में प्राकृतिक टीलों का निर्माण किया गया है. जिन पर पक्षी बैठे नजर आएंगे. उक्त भूमि में पूर्व में भी पानी भरा रहता था, जिसको यथावत रखा गया है. जिससे पानी की वजह से आने वाले प्रवासी पक्षियों का प्रवास भी यथावत रहेगा और उन्हें भोजन प्राप्त करने में भी आसानी रहेगी. पक्षियों की सुरक्षा के लिए बर्ड पार्क में चारों तरफ पांच फीट ऊंचाई की चार दीवारी का निर्माण किया गया है. इस पर दो फीट रेलिंग लगाई गई है. पार्क का मुख्य द्वार भी तैयार किया गया है. चार दीवारी बनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि पक्षियों को आवारा जानवरों से बचाना है.

अजमेर. शहर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बर्ड पार्क बनकर तैयार हो गया है. वैशाली नगर स्थित सागर विहार में 55 लाख की लागत से बर्ड पार्क की सौगात शहरवासियों को मिलने जा रही है. जहां ठंड के मौसम में इस बार आनासागर झील के साथ-साथ बर्ड पार्क में प्रवासी पक्षियों की अठखेलियां नजर आ रही हैं.

बर्ड पार्क में टीलों पर नजर आएंगे पक्षी, Birds seen on dunes in the bird park
बर्ड पार्क में प्रवासी पक्षियों का डेरा

यह क्षेत्र देशी पक्षियों के साथ प्रवासी पक्षियों का घरौंदा है. जिला कलेक्टर, अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित, नगर निगम आयुक्त और अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड अजमेर के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. खुशाल यादव की नियमित मॉनिटरिंग की वजह से स्मार्ट सिटी के कार्य घरातल पर नजर आने लगे हैं. बर्ड पार्क के साथ कई प्रोजेक्ट जल्द ही पूरे होने जा रहे हैं.

सागर विहार कॉलोनी के पीछे 26 हजार 400 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बर्ड पार्क तैयार किया गया है. यहां पर मिट्टी के पांच- छह प्राकृतिक टीलों की छटा देखते ही बनती है. बर्ड पार्क में और बाहर की ओर विभिन्न किस्म के पेड़-पौधे लगाए जाएंगे, जैसे बरगद, पीपल, नीम, गुलमोहर शामिल हैं. बर्ड पार्क में पक्षियों के चित्र और विवरण लगाने का कार्य प्रगति पर है.

ऐतिहासिक आनासागर झील प्रवासी पक्षियों की पसंददीदा जगह है. यहां पर विभिन्न प्रजातियों के पक्षी प्रति वर्ष यहां पर डेरा जमाने के लिए आते हैं. प्रवासी पक्षियों को देखने के लिए के लिए स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों की चहल पहल नजर आती है. पक्षियों की ज्यादा आवक को देखते हुए इसका निर्माण किया गया है.

अध्ययन में कारगर साबित होगा पार्क

प्रदेश में भरतपुर के केवलादेव घना पक्षी अभ्यारण्य की तर्ज पर पक्षियों के चित्र और नाम लिखे संकेतक भी लगाए जा रहे हैं. अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए पार्क कारगर साबित होगा. आमजन भी प्रवासी पक्षियों को आसानी से पहचान कर सकेंगे. यहां पर आने वाले लोग पक्षियों के चित्रों को देखकर उनकी पहचान कर सकेंगे और उस पक्षी के बारे में विस्तार से जान पाएंगे. प्रमुख रूप से यहां पर देसी पनकौवा, श्वेत वक्ष किलकिला, सफेद या गुलाबी हवासिल, डालमेश, हवासिल, काला सफेद किलकिला, अंधा बगला, लाल अंजन, चौबाहा, छोटा पनकौवा, तिदरी बत्तख,सफेद भौंह खंजन और पिलक्या आदि की जानकारी मिल सकेगी.

प्राकृतिक टीलों पर नजर आएंगे पक्षी

सागर विहार बर्ड पार्क की नम भूमि और घास को यथावत रखा गया है. पार्क में प्राकृतिक टीलों का निर्माण किया गया है. जिन पर पक्षी बैठे नजर आएंगे. उक्त भूमि में पूर्व में भी पानी भरा रहता था, जिसको यथावत रखा गया है. जिससे पानी की वजह से आने वाले प्रवासी पक्षियों का प्रवास भी यथावत रहेगा और उन्हें भोजन प्राप्त करने में भी आसानी रहेगी. पक्षियों की सुरक्षा के लिए बर्ड पार्क में चारों तरफ पांच फीट ऊंचाई की चार दीवारी का निर्माण किया गया है. इस पर दो फीट रेलिंग लगाई गई है. पार्क का मुख्य द्वार भी तैयार किया गया है. चार दीवारी बनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि पक्षियों को आवारा जानवरों से बचाना है.

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