अजमेर. जिले में कोरोना वायरस के बचाव को लेकर लॉक डाउन के कारण लोग अपने घरों में कैद हैं. सोशल डिस्टेंसिंग की कोशिशें की जा रही है, ताकि कोरोना वायरस एक से दूसरे को नहीं फैले. वहीं घरों में लोग कोरोना वायरस के खात्मे के लिए प्रार्थनाएं कर रहे हैं.
अजमेर में हाथी खेड़ा स्थित अति प्राचीन कोटेश्वर महादेव मंदिर में नित्य पूजा अर्चना के साथ कोरोना वायरस से संसार की रक्षा के लिए अभिषेक हो रहा है. वहीं गुरुवार से नवरात्रा के पावन अवसर पर हवन किया जाएगा. खास बात यह कि इन धार्मिक अनुष्ठान में भी सरकार की गाइड लाइन और धारा 144 का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. मंदिर में नित्य पूजा-अर्चना करने वाले राजेश सोनी और पंडित विनोद शर्मा ही धार्मिक अनुष्ठान के माध्यम से महादेव से संसार पर आए कोरोना रूपी संकट को खत्म करने की जनकल्याण के लिए कामना कर रहे हैं.
पढ़ें- कोरोना का कहर: राजस्थान विधानसभा का सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, भाजपा विधायकों ने की थी मांग
आयोजन समिति सदस्य विजय पाराशर ने बताया, कि हिन्दू धर्म ऐसी मान्यता है कि संसार पर जब भी संकट आया है तब भगवान भोलेनाथ ने जनकल्याण के लिए उस संकट का निवारण किया है. पाराशर ने बताया कि धार्मिक अनुष्ठान में सरकार की गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखा जा रहा और लोगों को घरों में ही रहकर प्रार्थना करने की अपील की जा रही है. मंदिर में केवल दो या तीन व्यक्ति ही 9 दिन तक जनकल्याण के लिए हवन और अभिषेक के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे.
पढ़ें- Lock down के बीच Etv का रिएलिटी चेक, कोरोना से बेखबर मासूमों की सड़क पर जिंदगी की जद्दोजहद
मंदिर के पुजारी पंडित विनोद शर्मा ने बताया, कि कोटेश्वर महादेव मंदिर में धार्मिक आयोजन के माध्यम से जल्द कल्याण के लिए धार्मिक अनुष्ठान किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि भगवान भोलेनाथ से कामना की जा रही है कि कोरोना नामक संकट से संसार को मुक्ति मिले.
बता दें कि सरकार और प्रशासन सोशल डिस्टेंसिंग के लिए लॉक डाउन किए हुए हैं, तो वहीं डोर टू डोर सर्वे के माध्यम से भी संक्रमण प्रभावित लोगों को खोजा जा रहा है. वहीं धर्म परायण लोग ईश्वर से कोरोना वायरस के मुक्ति की प्रार्थना कर रहे हैं.