अजमेर. शहर में बजरंगढ़ के दक्षिणमुखी बालाजी मंदिर में महाआरती के बाद प्रार्थना की गई. 56 भोग भी लगाया गया. ईटीवी भारत पर देखिए अजमेर के प्रसिद्ध बजरंगगढ़ बालाजी के विशेष दर्शन और महाआरती...
अजमेर में आनासागर झील से सटे बजरंगगढ़ बालाजी का मंदिर मराठा कालीन है. मंदिर निजी संपत्ति है. अजमेर शहर ही नहीं बल्कि दूरदराज में रहने वाले लोगों की गहरी आस्था बजरंगगढ़ बालाजी के मंदिर से जुड़ी हुई है. कोरोना की दूसरी लहर के चलते सभी धार्मिक स्थल श्रद्धालुओं के लिए बंद किए गए हैं. बजरंगगढ़ बालाजी का मंदिर भी आम श्रद्धालुओं के लिए बंद है.
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सरकार की गाइड लाइन के अनुसार मंदिर में सुबह शाम पूजा अर्चना की जा रही है। मंगलवार को हनुमान जयंती पर मंदिर में बालाजी का विशेष श्रंगार किया गया. उसके बाद बालाजी की पूजा अर्चना की गई. दोपहर 12:00 बजे हनुमान जन्म के पावन अवसर पर महा आरती का आयोजन किया गया.
इस दौरान मंदिर व्यवस्थाओं से जुड़े चंद ही लोग महा आरती में मौजूद रहे. बता दें कि हनुमान जयंती के अवसर पर बजरंग गढ़ बालाजी का विशाल मेला हर वर्ष भरता आया है. दोपहर की महा आरती के समय मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है.