अजमेर. राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की सदस्य बनने के बाद अंजना पंवार शुक्रवार को पहली बार अजमेर पहुंची. जहां सर्किट हाउस में उन्होंने सफाई कर्मचारियों से मुलाकात कर उनकी शिकायतें सुनी. वहीं मौके पर मौजूद अधिकारियों को शिकायतों का निस्तारण कर आयोग को रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं.
आयोग की सदस्य अंजना पवार ने कहा कि सफाई कर्मचारियों के लिए बने नियमों में सुधार की आवश्यकता है, वह स्वयं आयोग को प्रस्ताव बनाकर देंगी. उन्होंने बताया कि अजमेर में उनका यह पहला दौरा है, इस दौरान सफाई कर्मचारियों से उन्हें कई तरह की शिकायतें मिली है. उन्होंने बताया कि ज्यादातर शिकायत वेतन से संबंधित है. ठेकेदार के अधीन काम करने वाले सहायक कर्मचारियों को 5500 रुपए मासिक न्यूनतम वेतन दिया जाता है, जबकि ठेकेदार ज्यादा पैसे अपने पास रखता है.
सफाई कर्मचारियों के पीएफ का पैसा भी ठेकेदार नहीं देता, बल्कि सफाई कर्मचारियों के पास पीएफ का कोई रिकॉर्ड भी नहीं होता है. सफाई कर्मचारियों के संगठनों ने भी कई मांगे रखी गई है. इनमें न्यूनतम मेहनताना 12 हजार मासिक करने की मांग है. इसके अलावा सफाई कर्मचारियों को मजदूर डायरी की सुविधा दिए जाने की भी मांग आई है. कर्मचारियों से संबंधित सभी शिकायतों का निस्तारण समय पर हो, इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। वही निस्तारण के साथ रिपोर्ट आयोग को भेजने के लिए भी अधिकारियों को कहा है. उन्होंने कहा कि यदि शिकायतों के निस्तारण में कोई कोताही बरती जाती है, तो आयोग संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा.
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बता दें कि सर्किट हाउस में राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की सदस्य अंजना पवार का सफाई कर्मचारी संगठनों ने स्वागत किया. इसके बाद आयोग सदस्य अंजना पवार ने सफाई कर्मचारियों के अभाव अभियोग सुने. इस दौरान नगर निगम के आयुक्त डॉ खुशाल यादव, एडीएम प्रथम कैलाश चंद शर्मा, एएसपी सिटी सीताराम प्रजापत, नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी रुपाराम चौधरी सहित कई अधिकारी मौजूद रहे.