अजमेर. जहां दो साल का बच्चा पूरी तरह से संभलकर चल भी नहीं पाता, वहीं अजमेर के 2 साल के सिद्धार्थ ने स्केटिंग में अपना जलवा दिखाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया है. सिद्धार्थ ने दुनिया के सबसे छोटे स्केटर का खिताब हासिल किया है. स्केटिंग के छोटे उस्ताद सिद्धार्थ का गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी नाम दर्ज हुआ है.
अजमेर के हरीभाऊ उपाध्याय नगर के रहने वाले 2 साल के सिद्धार्थ ने "गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड" में अपना नाम अंकित कराया है. अजमेर का यह बेटा स्केटिंग के जरिए विश्व में कीर्तिमान स्थापित कर रहा है, जिस तक पहुंचना बड़े-बड़े लोगों के लिए सिर्फ एक ख्वाब सा है. सिद्धार्थ ने 16 मिनट 30 सेकंड में लगातार एक किलोमीटर स्केटिंग कर सबसे कम उम्र में नया आयाम रचा है. सिद्धार्थ के इस कार्य में उनके परिवार का काफी योगदान रहा है. कमाल देखिये, सिद्धार्थ बड़ी तेजी से सड़क पर भी बिना किसी सहारे के स्केटिंग करता है. जहां आजकल के युवा भी इतनी अच्छी तरीके से स्केटिंग नहीं कर पाते, वहीं अजमेर का सुपरस्टार सिद्धार्थ कमाल का स्केटिंग करता है.
![world's smallest skater, siddharth name in golden book of world records](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10267511_jj.jpg)
20 वर्षों से स्केटिंग कर रहे पिता...
20 वर्षों से स्केटिंग कर रहे सिद्धार्थ के पिता महेंद्र मंडावर ने बताया कि उन्हें अपने बेटे को इस क्षेत्र में देखकर काफी खुशी महसूस हो रही है. हर बच्चे में कोई ना कोई प्रतिभा छुपी होती है, लेकिन उसे निखारने, उबारने और तराशने की जरूरत होती है. जब सिद्धार्थ के परिवार वालों ने यह महसूस किया कि उनका बच्चा स्केटिंग क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहता है, तो उन्होंने उसे आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया.
ओलंपिक में भेजने का सपना...
महेंद्र ने बताया कि वह अपने बेटे को इस क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ता देखना चाहते हैं. वह अपने बेटे सिद्धार्थ को ओलंपिक में भेजेंगे, ताकि वह देश के साथ अपने परिवार का नाम भी स्वर्णिम अक्षरों में अंकित करें. वहीं, अजमेर के लिए भी यह एक खुशी का आभास होगा, जहां अजमेर का बेटा स्केटिंग फील्ड में अपना नाम व अपने परिवार का नाम रोशन कर रहा है.
![world's smallest skater, siddharth name in golden book of world records](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10267511_jj22.jpg)
राजस्थान का पहला मामला...
बता दें कि राजस्थान में भी ऐसा पहला ही मामला होगा, जहां इतने छोटे से मासूम बच्चे ने गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम अंकित किया है. सिद्धार्थ की माता निकिता जैन ने बताया कि उनके बेटे ने कमाल कर दिखाया है, जो अभी तक किसी ने भी नहीं किया. उन्हें इस बात की खुशी है कि उनका बेटा इस फील्ड में निरंतर आगे बढ़ रहा है.