अजमेर. रजब का चांद नजर आने के साथ ही विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 810वें उर्स का आगाज हो गया है. हिलाल कमेटी के मुताबिक 8 फरवरी को 6 रजब और 11 फरवरी को 9 रजब की तारीख रहेगी. हिलाल कमेटी में शहर काजी कारी तौसीफ अहमद सिद्धकी, मौलाना जाकिर शमसी और मौलाना रमजान मौजूद रहे.
ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स का आगाज रजब का चांद दिखने के साथ ही हो गया है. हिलाल कमेटी की ओर से रजब का चांद दिखने की घोषणा की गई. इसके बाद परंपरा के अनुसार दरगाह में पारंपरिक रस्में निभाई गईं. इस अवसर पर शाहजहानी दरवाजे से शादियाने बजाए गए. वहीं बड़े पीर साहब की पहाड़ी से तोप के गोले दागे गए.
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जानकारी के मुताबिक उर्स के अवसर पर महफिल खाने में दरगाह दीवान की सदारत में पहली महफिल होगी. वहीं आज से ही दरगाह में खिदमत का समय भी बदल जाएगा. रात्रि 11 बजे दरगाह के आस्ताने शरीफ में खादिम समुदाय की ओर से खिदमत दी जाएगी. जन्नती दरवाजा 8 फरवरी तक खुला रहेगा. उसके मद्देनजर देश के कोने कोने से जायरीन हाजरी लगाने के लिए अजमेर आने लगे हैं.