अजमेर. रोडवेज आगार प्रबंधन ने खाली बैठे ड्राइवर, खलासी और मैकेनिक को निर्माण कार्य में खपाते हुए मिस्त्री और बेलदार बना दिया. जिनसे आगार की रिपेयरिंग का कार्य करवाया जा रहा है. अजमेर आगार में इन दिनों विशेष सफाई अभियान चलाया गया. जिसके तहत पुराना कबाड़ साफ किया जा रहा है और भवन की मरम्मत की जा रही है.
इस मरम्मत कार्य में बाहर से कोई भी मजदूर नहीं लिया गया, बल्कि रोडवेज के ही ड्राइवर, खलासी और मिस्त्रियों को काम पर लगाया गया है. आगार के संचालन प्रबंधक हरि सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि इन दिनों रोडवेज की बहुत कम बसों का संचालन किया जा रहा है. जिसके चलते काफी कार्मिक बेकार बैठे हैं. इन कार्मिकों से विशेष स्वच्छता अभियान चलवा कर आगार को स्वच्छ और दुरस्त करवाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कर्मचारियों ने कबाड़ से सैनिटाइजर मशीन भी बना दी है, जिससे बसों को सैनिटाइज किया जा सकता है.
वर्कशॉप में सीमेंट और बजरी का मसाला तैयार...
वर्कशॉप में सीमेंट-बजरी से मसाला तैयार करने और खुदाई के लिए फावड़ा और कुदाल की आवश्यकता महसूस हुई. जिसके बाद ड्राइवर और कंडक्टर ने बसों की रिपेयरिंग से निकले लोहे के पाइप और कमानी के पत्तों को वेल्डिंग में जोड़कर 3 फावड़ा और कुदाल तैयार किया है. कमानी के पत्ते आगे से नुकीले होते हैं, जिसके चलते कुछ ही देर में सालों से जमी गंदगी खोदकर हटा दी गई.
कई सालों से नहीं हुई थी सफाई और दीवारों की मरम्मत...
वर्कशॉप में बस की रिपेयरिंग करने वाले डग की दीवारें काफी जर्जर हो चुकी थीं. बसों की रिपेयरिंग का काम चलने के कारण कभी इसे साफ करने और इसकी मरम्मत का समय ही नहीं मिल पाया. वहीं, डग में बसों की रिपेयरिंग के दौरान गिरने वाली मिट्टी ऑयल के साथ जमकर तह तक जम चुकी है. यहां की स्थिति देखने के बाद सभी ने निश्चय किया कि सभी इसकी रिपेयरिंग के साथ- साथ डग की सफाई भी करेंगे.
पोधारोपण भी किया गया...
वर्कशॉप में रिपेयरिंग के अलावा जमी हुई मिट्टी को भी हटाया गया. सालों बाद हटी मिट्टी से वहां का रूप निखर गया. अब दीवारों के सहारे पौधरोपण करने की तैयारी भी की जा रही है. कुछ पौधारोपण हरि सिंह चौहान की ओर से भी किए गए हैं, जिससे अजमेर आगार को स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सके.