अजमेर. जिले में समता आंदोलन समिति ने मंगलवार को जिला मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. जहां उन्होंने जातिगत आरक्षण को 10 साल और बढ़ाने को संसदीय हिंसा करार दिया. जहां उन्होंने राष्ट्रपति से इस आरक्षण को रोकने की मांग की, वहीं समिति के पदाधिकारियों ने पेम्पलेट बांटकर भी जातिगत आरक्षण का विरोध जताया है.
वहीं समिति के जिला अध्यक्ष कृष्ण गोपाल मोदानी ने जानकारी देते हुए बताया कि समता आंदोलन समिति गत 27 सालों से आरक्षण का विरोध कर रही है. इसी को लेकर पदोन्नति में आरक्षण पूरी तरह समाप्त कर दिया गया है. अब जातिगत आरक्षण को भी समाप्त करवाने के लिए समिति पूरी तरह से लगी हुई है,उन्होंने कहा कि जातिगत आरक्षण को 10 साल के लिए बढ़ाना संसदीय होगा जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति इसे रोकने की मांग की है. यदि जल्द ही इसे रोका नहीं गया तो आंदोलन समिति उग्र आंदोलन करेगी. जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी. वहीं मोदानी ने कहा कि मंगलवार को शहर भर में पेम्पलेट बांटे जा रहे हैं और आमजन से भी आरक्षण को बढ़ाने का विरोध करने की अपील की जा रही है.