अजमेर. जिले में अक्टूबर 2017 को शहरी सीमा में वेंडर और नॉन वेंडर जोन क्षेत्र का चिन्हीकरण किया गया. साथ ही उच्च न्यायालय के आदेश से शहरी सीमा में स्ट्रीट वेंडर्स का सर्वे कर सूची तैयार की गई थी. कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए किए गए लॉकडाउन से स्ट्रीट वेंडर्स की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है. ऐसे में सरकार ने स्ट्रीट वेंडर्स को राहत देते हुए 2500 रुपए की सहायता दी है.
अजमेर नगर निगम की सर्वे सूची के अनुसार 1440 स्ट्रीट वेंडर्स हैं. इनमें 964 स्ट्रीट वेंडर्स के बैंक खाते हैं. ऐसे स्ट्रीट वेंडर्स के बैंक खाते में ढाई हजार की रकम ट्रांसफर की जा रही है. वहीं 471 स्ट्रीट वेंडर्स ऐसे हैं जिनके कोई बैंक खाते नहीं हैं. ऐसे में स्ट्रीट वेंडर्स को लॉकडाउन की स्थिति को देखते हुए ढाई हजार की राशि नगद दी जा रही है.
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अजमेर नगर निगम के मेयर धर्मेंद्र गहलोत ने बताया कि नगर निगम कार्यालय कर्फ्यू क्षेत्र में होने की वजह से 50 स्ट्रीट वेंडर्स को प्रतिदिन कार्यालय बुलाकर ढाई हजार रुपये दिए जा रहे हैं. गहलोत ने बताया कि जो स्ट्रीट वेंडर्स सरकार की किसी भी योजना का लाभ नहीं ले रहे हैं. ऐसे स्ट्रीट वेंडर्स का नगर निगम ने सर्वे किया है. 1402 स्ट्रीट वेंडर्स की सूची जिला प्रशासन को भेजी गई है. ताकि इन्हें भी ढाई हजार रुपए की राशि मिल सके.