अजमेर. जिले के सबसे बड़े जेएलएन अस्पताल में कोरोना वायरस की जांच को लेकर बनी संशय की स्थिति को जिला कलेक्टर ने दूर कर दिया है. बता दें कि अजमेर में पहला कोरोना वायरस का पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद अस्पताल में उसके तीन परिजनों की जांच निगेटिव आई थी. इसके बाद जयपुर में तीनों परिजनों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने से संशय की स्थिति उत्पन्न हो गई थी.
जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि जेएलएन अस्पताल में कोरोना वायरस को लेकर की जा रही जांच सही है. अस्पताल जांच की वेरिफिकेशन के लिए नमूने जयपुर भी भेजता है यानी एक मरीज की दो बार जांच होती है. शर्मा ने बताया कि अस्पताल में जितने भी मरीजों की जांच हुई है वह एक दम सही हुई है.
उन्होंने बताया कि अजमेर में खारी कुई का एक व्यक्ति कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है. साथ ही उसके माता-पिता और छोटा भाई की जांच रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई है. चारों का जयपुर सवाई मानसिंह अस्पताल में इलाज जारी है. कुल मिलाकर अजमेर में चार कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं.
शर्मा ने आमजन खासकर खारी कुई क्षेत्र के लोगों से अपील की है कि पॉजिटिव पाया गया व्यक्ति या उसका परिवार जिन लोगों के भी संपर्क में आया है, वे स्वतः अपनी जांच करवा लें. इसमें किसी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है. बल्कि यह उनके और परिवार की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है. शर्मा ने बताया कि खारी कुई क्षेत्र में कर्फ्यू जारी है.
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वहीं उन लोगों को भी चिन्हित किया जा रहा है. जिनके संपर्क में यह परिवार आया है. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में कर्फ्यु के दौरान सरकारी स्तर पर खाद्य सामाग्री क्षेत्र के लोगों को मौहिया करवाई जा रही है. बता दें कि अजमेर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा का गृह जिला है. यही वजह है कि अधिकारी किसी भी जानकारी या पुष्टि करने से कतराते हैं. बल्कि गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाते हुए फोन तक नहीं उठाते हैं, जिससे अफवाहों का बाजार गर्म हो रहा है.