अजमेर. कहावत है कि सुबह का भूला शाम को घर लौट आए तो उसे भूला नहीं कहते, लेकिन शाम तक भी ना लौटे तो उसे क्या कहेंगे. अजमेर शहर के भाजपा नेताओं के लिए यह कहावत सटीक बैठती है. संगठन के शीर्ष नेता रहे अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को अजमेर की भाजपाई नेता भूल गए.
बुधवार को भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म जयंती थी. लेकिन शहर भाजपा की कार्यकारिणी और भाजपाई नेता अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को मनाना ही भूल गए. दिनभर अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर कोई कार्यक्रम नहीं हुए. वहीं, बुधवार शाम को कुछ युवा भाजपा कार्यकर्ताओं ने बजरंग गढ़ चौराहे स्थित विजय स्मारक पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती मनाई. भाजपा युवा कार्यकर्ताओं ने अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित किए. साथ ही उनके जीवन आदर्शों पर चलने का भी संकल्प लिया.
पढ़ें- जोधपुरः बावड़ी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की मनाई जयंती
वहीं, शहर भाजपा में व्याप्त गुटबाजी किसी से छिपी हुई नहीं है. यह गुटबाजी का ही नतीजा है कि अपने ही संगठन के लोकप्रिय नेता रहे अटल बिहारी वाजपेयी को भुला दिया गया. गनीमत रही कि संगठन के कुछ युवा कार्यकर्ताओं ने अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती मना कर उन्हें याद किया. बता दें कि अजमेर शहर को भाजपा का गढ़ माना जाता है. शहर की दोनों विधानसभा सीटों पर 20 वर्षों से भाजपा का कब्जा है और नगर निगम में भी भाजपा का बोर्ड है.