अजमेर. ईटीवी भारत प्रदेश के संभाग के आधार पर कोरोना वायरस के हालातों का जायजा ले रहा है. जिसके चलते अजमेर संभाग के अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक, नागौर जिलों की बात करें तो अजमेर, भीलवाड़ा और नागौर में सड़कों पर लोगों की भीड़ ना के बराबर है. बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है. पुलिस प्रशासन भी लोगों से जरूरी काम होने पर ही घर से निकलने की सलाह दे रही है.
अजमेर संभाग के किस जिले में कैसे हालात, जानिए
- अजमेर संभाग में 11 पॉजिटिव केस आए सामने
- सभी केस भीलवाड़ा जिले के पॉजिटिव
- भीलवाड़ा शहर में पूरी तरह से लॉकडाउन
- अजमेर और नागौर जिला 70 प्रतिशत लॉक डाउन
- अजमेर जिले में 45 से ज्यादा लोगों को होम आइसोलेशन पर
- चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महकमा डोर टू डोर कर रहा सर्वे
जानिए कैसी है अजमेर की स्थिति
वहीं कोरोना वायरस से बचाव को लेकर प्रशासन ने भी अब सख्त रवैया अपना लिया है..अजमेर जिले के 2 बड़े धार्मिक स्थल दरगाह और जगतपिता ब्रह्मा का मंदिर 31 मार्च तक श्रद्धालुओं के लिए बंद किया गया है.. वहीं प्रसिद्ध मंदिर, मस्जिद चर्च में जाने पर भी पाबंदी लगाई गई है.. सभी बड़े औद्योगिक संस्थाओं में काम करने वाले श्रमिकों को छुट्टी दे दी गई है.. वहीं अजमेर में 70% दुकानें बंद की गई है..लोग मास्क लगाकर आवश्यक कार्य होने पर ही घरों से बाहर निकल रहे हैं..
जानिए कैसे है भीलवाड़ा के हालात
वहीं भीलवाड़ा जिले की बात करें तो भीलवाड़ा में 1 कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीज पाए जाने के बाद भीलवाड़ा का प्रशासन पहले से ज्यादा अलर्ट हो गया है. भीलवाड़ा जिले की सभी सीमाओं को सीज कर दिया गया है. भीलवाड़ा में ना कोई आ सकता है और ना ही भीलवाड़ा से कोई बाहर जा सकता है. भीलवाड़ा शहर में सभी दुकानें पूरी तरह से बंद करवा दी गई है. लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी जा रही है. शहर में अघोषित कर्फ्यू का माहौल है. मोबाइल और क्विक रिस्पांस टीम भी डोर टू डोर सर्वे कर रही है.
जानिए कैसे है नागौर के हालात
नागौर जिले की बात करें तो जिले में 156 लोगों को होम आइसोलेशन पर रखा गया है. चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग जिले में उन क्षेत्रों में सर्वे कर रहा है. जहां अन्य राज्यों मैं काम के सिलसिले में रहते हैं और इन दिनों वापस अपने घर लौटे हैं. बता दें कि नागौर जिले से विदेशों में बड़ी संख्या में लोग काम के सिलसिले में आते जाते रहते हैं. जिले में सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद है वही दुकानदारों ने भी स्वेच्छा से अपनी दुकानें बंद रखी है.
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फिलहाल कोरोना वायरस की अभी तक कोई दवा नहीं बनी है और इसलिए डॉक्टर्स और सरकार लोगों से दूरी और बचाव को ही सबसे बड़ी सलाह बता रहे हैं, भीड़ भाड़ वाले जगहों से दूरी और हाथों को साबुन से टाइम-टाइम पर धोना सबसे अहम है. हाथों को बार-बार आंख, नाक और मुंह पर ना लगाए. वहीं खांसी, जुकान या सांस लेने में तकलीफ होने पर डॉक्टर की सलाह तुरंत ले. वहीं घर में रहना इस जानलेना वायरस के बचाव का सबसे ठोस कदम है इसलिए ईटीवी भारत अपने दर्शकों से अपील करता है कि घर से कम से कम निकले. साथ ही अगर घर से बाहर जाए तो मास्क जरूर पहनें.