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कोरोना मुक्त होने की ओर अजमेर!, 5 पॉजिटिव मरीजों की दूसरी रिपोर्ट आई नेगेटिव

अजमेर वासियों के लिए राहत देने वाली खबर है कि जिले में अबतक एक ही परिवार के 5 सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिनकी दूसरी जांच रिपोर्ट अब नेगेटिव आ गई है. हालांकि प्रशासन अब भी मुस्तैदी से अपना काम कर रहा है.

अजमेर न्यूज, ajmer news
कोरोना से मुक्त अजमेर, फिर भी संक्रमण रोकने के प्रयास जारी
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Published : Apr 13, 2020, 5:18 PM IST

Updated : Apr 14, 2020, 12:15 PM IST

अजमेर. प्रदेश में बढ़ते कोरोना मरीजों के बीच अजमेर से राहत भरी खबर हैं. शहर के खारीकुई क्षेत्र से एक ही परिवार के 5 पॉजिटिव मरीजों की दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है. बता दें कि शहर में पहला पॉजिटिव मरीज 26 मार्च को सामने आया था. खास बात यह रही कि पॉजिटिव मरीज से संक्रमण उसके परिवार तक सीमित रहा वह बाहर नहीं फैल सका. सर्वे के आधार पर पहला मामला सामने आया था.

हुई थी बड़ी लापरवाही

यह और बात है कि सर्वे टीम की सूचना के बाद भी मेडिकल टीम ने उसकी स्क्रीनिंग नहीं की. मरीज खुद ही अपनी जांच करवाने जेएलएन अस्पताल पहुंचा था. दूसरी चूक तब हुई जब मरीज को जयपुर रेफर किया गया. तब एम्बुलेंस में उसके परिवार के लोगों को भी साथ भेज दिया गया. इस लापरवाही के बाद से प्रशासन ने सबक लिया.

सजग हुआ प्रशासन, सख्ती से करवाया लॉकडाउन

खारीकुई इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया और पड़ोसी जिले भीलवाड़ा में लगातार मिल रहे पॉजिटिव मरीजों की संख्या को देखते हुए जिले की सभी सीमाएं सील कर दी गई.

पढ़ें- SPECIAL: आखिर क्यों रामगंज में लागू नहीं हो पा रहा 'भीलवाड़ा मॉडल'?

इसके अलावा जिला परिषद के सर्वे के आधार चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने उन लोगों को होम आइसोलेट करना शुरू कर दिया, जो जिले के बाहर से आए थे और जिनमे जुकाम, खांसी और बुखार के लक्षण थे. वर्तमान में साढ़े 26 हजार लोगों को जिले में आइसोलेट किया गया है. जिन पर 5 हजार शिक्षक निगरानी रखे हुए हैं.

चिकित्सा प्रशासन रहा अलर्ट पर

साथ ही 148 लोगों को होम क्वॉरेंटाइन पर रखा गया. वहीं 7 लाख 82 हजार 13 लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है. इनमें 2 हजार 364 विदेशी भी शामिल है. जिले में 504 लोगों के सैंपल लिए गए हैं. जिनमें 471 रिपोर्ट आ चुकी है. इनमें 466 की रिपोर्ट नेगेटिव और 5 पॉजिटिव मरीज थे.

पढ़ें- राजस्थान में कोरोना की केस स्टडी, जानें प्रदेश के 5 एपीसेंटर के बारे में

प्रशासन ने कोरोना महामारी को देखते हुए जिले में 9 हजार 42 बेड और 82 आइसीयू बेड तैयार किए. वहीं जिले में 83 वेंटिलेटर है. जिले में एक दर्जन से ज्यादा शेल्टर होम बनाये गए हैं, जिनकी निगरानी प्रशासन कर रहा है.

पुलिस की भूमिका रही महत्वपूर्ण

लॉकडाउन में पुलिस की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही. लॉकडाउन और धारा 144 की पालना पुलिस ने सख्ती से करवाया. कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए बने कंट्रोल रूम के माध्यम से लगातार व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग जारी है. प्रशासन, चिकित्सा विभाग, शिक्षा विभाग, नगर निगम, रसद विभाग, पुलिस, जिला परिषद की लगातार सेवाओं की बदौलत जिले में कोरोना महामारी अपने पैर नहीं जमा पा रही है. वहीं अजमेर के लोगों ने भी घरों में रहकर अपने आप को सुरक्षित कर के संक्रमण को नहीं फैलने देने में आपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.

अजमेर. प्रदेश में बढ़ते कोरोना मरीजों के बीच अजमेर से राहत भरी खबर हैं. शहर के खारीकुई क्षेत्र से एक ही परिवार के 5 पॉजिटिव मरीजों की दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है. बता दें कि शहर में पहला पॉजिटिव मरीज 26 मार्च को सामने आया था. खास बात यह रही कि पॉजिटिव मरीज से संक्रमण उसके परिवार तक सीमित रहा वह बाहर नहीं फैल सका. सर्वे के आधार पर पहला मामला सामने आया था.

हुई थी बड़ी लापरवाही

यह और बात है कि सर्वे टीम की सूचना के बाद भी मेडिकल टीम ने उसकी स्क्रीनिंग नहीं की. मरीज खुद ही अपनी जांच करवाने जेएलएन अस्पताल पहुंचा था. दूसरी चूक तब हुई जब मरीज को जयपुर रेफर किया गया. तब एम्बुलेंस में उसके परिवार के लोगों को भी साथ भेज दिया गया. इस लापरवाही के बाद से प्रशासन ने सबक लिया.

सजग हुआ प्रशासन, सख्ती से करवाया लॉकडाउन

खारीकुई इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया और पड़ोसी जिले भीलवाड़ा में लगातार मिल रहे पॉजिटिव मरीजों की संख्या को देखते हुए जिले की सभी सीमाएं सील कर दी गई.

पढ़ें- SPECIAL: आखिर क्यों रामगंज में लागू नहीं हो पा रहा 'भीलवाड़ा मॉडल'?

इसके अलावा जिला परिषद के सर्वे के आधार चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने उन लोगों को होम आइसोलेट करना शुरू कर दिया, जो जिले के बाहर से आए थे और जिनमे जुकाम, खांसी और बुखार के लक्षण थे. वर्तमान में साढ़े 26 हजार लोगों को जिले में आइसोलेट किया गया है. जिन पर 5 हजार शिक्षक निगरानी रखे हुए हैं.

चिकित्सा प्रशासन रहा अलर्ट पर

साथ ही 148 लोगों को होम क्वॉरेंटाइन पर रखा गया. वहीं 7 लाख 82 हजार 13 लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है. इनमें 2 हजार 364 विदेशी भी शामिल है. जिले में 504 लोगों के सैंपल लिए गए हैं. जिनमें 471 रिपोर्ट आ चुकी है. इनमें 466 की रिपोर्ट नेगेटिव और 5 पॉजिटिव मरीज थे.

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प्रशासन ने कोरोना महामारी को देखते हुए जिले में 9 हजार 42 बेड और 82 आइसीयू बेड तैयार किए. वहीं जिले में 83 वेंटिलेटर है. जिले में एक दर्जन से ज्यादा शेल्टर होम बनाये गए हैं, जिनकी निगरानी प्रशासन कर रहा है.

पुलिस की भूमिका रही महत्वपूर्ण

लॉकडाउन में पुलिस की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही. लॉकडाउन और धारा 144 की पालना पुलिस ने सख्ती से करवाया. कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए बने कंट्रोल रूम के माध्यम से लगातार व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग जारी है. प्रशासन, चिकित्सा विभाग, शिक्षा विभाग, नगर निगम, रसद विभाग, पुलिस, जिला परिषद की लगातार सेवाओं की बदौलत जिले में कोरोना महामारी अपने पैर नहीं जमा पा रही है. वहीं अजमेर के लोगों ने भी घरों में रहकर अपने आप को सुरक्षित कर के संक्रमण को नहीं फैलने देने में आपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.

Last Updated : Apr 14, 2020, 12:15 PM IST
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