अजमेर. मोदी सरकार के जरिए कैब बिल पास किए जाने के बाद मुस्लिम समाज के लोग सरकार के खिलाफ हैं. जिसके चलते इस विरोध में जगह-जगह जलसे किए जा रहे हैं. इसको लेकर मशहूर हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह अजमेर शरीफ से भी हैं. दरगाह शरीफ के आहत-ए-नूर में एक जलसे के जरिए आवाज बुलंद की गई है, अजमेर दरगाह शरीफ के खादिमों की अंजुमन की जानिब से एक जलसा मुनाकिद किया गया.
सुल्तान उल हिंद हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह से हमेशा हर मजहब व मिल्लत के अकीदतमंदो के लिए इंसानियत और भाईचारा का पैगाम दिया जाता रहा है. मुल्क में अमन और तरक्की के लिए दरगाह से दुआ की जाती रही है. ऐसे में अब सरकार के इस फैसले के खिलाफ अजमेर शरीफ दरगाह से आवाज बुलंद हुई है.
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दरगाह शरीफ के आहता नूर में हुए इस जलसे में सब मजहब के लोगों ने शिरकत की. जहां मुस्लिम समाज से जुड़े लोगों ने इस बिल पर अपने विचारों को व्यक्त किया और सरकार के इस फैसले को गलत करार दिया. खादिमों की अंजुमन सैय्यद जादगान के सेक्रेटरी सैय्यद वाहिद हुसैन अंगारा शाह ने कहा कि देश की सरकार ने इस कैब बिल मजहबी एतबार से बनाया गया है.