अजमेर. जिले में लॉकडाउन को लेकर खाद्य सामग्री की उपलब्धता बनाये रखने और खाद्य सामग्री के साथ आवश्यक मास्क और सेनिटाइजर की कालाबाजारी को रोकना प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है. लॉकडाउन का फायदा उठाकर कई दुकानदारों ने एमआरपी से ज्यादा राशि लोगों से वसूली करना शुरू कर दिया था.
लगातार प्रशासन को कालाबाजारी की शिकायतें मिल रही थी. कालाबाजारी को रोकने के लिए प्रशासन ने विकल्प के तौर पर होम टू होम डिलीवरी की व्यवस्था की है. वहीं, कालाबाज़ारियों पर नकेल कसने के लिए विधिक माप विज्ञान और रसद अधिकारी की जॉइंट टीमें बनाई गई हैं. ये टीमें दुकानों पर आकस्मिक निरीक्षण करती हैं. इस दौरान एमआरपी से ज्यादा रेट लेने पर कलेक्टर के आदेश से दुकानदार के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर रही है.
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विधिक माप विज्ञान विभाग के सहायक नियंत्रक मनीष भटनागर ने बताया कि खाद्य सामग्री, मास्क और सेनिटाइजर की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के लिए 2 टीमें कार्रवाई कर रही है. भटनागर ने बताया कि अभी तक कालाबाजारी के मामलों में 14 प्रकरण दर्ज किए गए हैं. वहीं 58 हजार रुपए की पेनल्टी भी वसूली गई है.