मुंबईः कच्चे तेल की कीमतों और डॉलर सूचकांक में मजबूती से अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया गुरुवार को 55 पैसे गिरकर (Rupee tanks 55 paise) 82.17 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया. भारतीय मुद्रा डॉलर की तुलना में पहली बार 82 प्रति डॉलर के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुई. तेल आयातकों की भारी डॉलर की मांग और ब्याज दरों में बढ़ोतरी की बढ़ती आशंकाओं का भी स्थानीय मुद्रा पर असर पड़ा.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया मजबूती के साथ 81.52 के स्तर पर खुला लेकिन डॉलर में मजबूती से रुपये पर दबाव देखा गया. कारोबार के दौरान रुपये ने 81.51 का उच्चस्तर और 82.17 का निचला स्तर भी देखा. अंत में रुपया पिछले कारोबारी सत्र के मुकाबले 55 पैसे की भारी गिरावट के साथ 82.17 प्रति डॉलर पर बंद हुआ.
बीते मंगलवार को रुपया 81.62 प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ था जबकि बुधवार को दशहरा के अवसर पर बाजार बंद रहा था. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (Motilal Oswal Financial Services) के विदेशी मुद्रा एवं सर्राफा विश्लेषक गौरांग सोमैया ने कहा, 'मंगलवार को रुपये में थोड़ी मजबूती देखी गई थी लेकिन आज फिर ये कमजोर हो गया. अमेरिकी डॉलर में मजबूती आने से रुपये में गिरावट देखी गई. दरअसल, अमेरिका में सेवा पीएमआई और निजी नौकरियों के आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहने से डॉलर को मजबूती मिली.
सोमैया ने कहा कि डॉलर के मुकाबले यूरो और पाउंड में भी ऊपरी स्तरों पर बिकवाली का दबाव देखा गया. उन्होंने कहा कि अब यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) की बैठक के ब्योरे पर नजरें टिकी रहेंगी. सोमैया ने कहा कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये का हाजिर भाव 81.20 से लेकर 82.05 के दायरे में रहने की उम्मीद है. इस बीच, दुनिया की प्रमुख छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत बढ़कर 111.27 पर पहुंच गया.
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अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा एक प्रतिशत चढ़कर 94.22 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. घरेलू स्तर पर शेयर बाजारों में बढ़त का रुख बना रहा. सेंसेक्स 156.63 अंक चढ़कर 58,222.10 अंक पर पहुंच गया जबकि निफ्टी 57.50 अंक की बढ़त के साथ 17,331.80 अंक हो गया. विदेशी संस्थागत निवेशकों ने पूंजी बाजार में शुद्ध खरीदारी की. उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, गुरुवार को विदेशी निवेशकों ने 279 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की लिवाली की.
(पीटीआई-भाषा)