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चित्तौड़गढ़: अफीम का तौल 7 अप्रैल से शुरू, तैयारियों में जुटा महकमा - कोविड गाइडलाइन

चित्तौड़गढ़ में अफीम का तौल 7 अप्रैल से शुरू होगा. इसके लिए नारकोटिक्स महकमा तैयारियों में जुट गया है. वहीं इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का भी पालन करना होगा.

Chittorgarh news, Weighing opium
अफीम का तौल 7 अप्रैल से शुरू
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Published : Apr 2, 2021, 10:56 PM IST

चित्तौड़गढ़. केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की ओर से काले सोने के रूप में शुमार अफीम का तौल 7 अप्रैल से शुरू किया जाएगा. अफीम के तौल को लेकर नारकोटिक्स महकमा तैयारियों में जुट गया है. हाल ही में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के कारण कोविड गाइडलाइन के अनुसार अफीम का तौल होगा. बिना मास्क के आने पर भीतर प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. जानकारी के अनुसार केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की ओर से अफीम की फसल के तौल को लेकर कार्यक्रम तय कर दिया है. आगामी 7 अप्रैल से अफीम तौल का कार्य शुरू होगा. जिले में इस बार कुल 15,368 काश्तकार अफीम का तौल करवाएंगे.

इस बार जिला अफीम अधिकारी खंड प्रथम में 5140, द्वितीय में 4600 और तृतीय में 5628 काश्तकार है. वहीं बढ़ते हुए कोरोना के मामले को देखते हुए गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी कोरोना गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखा जाएगा. बिना मास्क के किसी का तौल नहीं किया जाएगा. वहीं, बाहर सैनिटाइजर रखा जाएगा, जहां काश्तकार अपना हाथ सैनिटाइज करके ही अंदर आ सकते हैं. इसके अलावा एक-एक काश्तकार का टेंपरेचर भी चेक किया जाएगा. वहीं, सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए गोले बनाए गए हैं. उसी के अनुसार किसान अपना तौल करवाएगा.

यह भी पढ़ें- HC ने जिन 17 नगर पालिकाओं के गठन को किया था रद्द, नई रूपरेखा तय कर दोबारा गठित

उप नारकोटिक्स आयुक्त कोटा विकास शर्मा ने बताया कि प्रत्येक खंड में रोजाना 200 किसानों को बुलाया गया है. कुल मिला कर तीनों खंडों में 600 किसान आएंगे. इस दौरान भीड़ एकत्रित ना हो इसके लिए एक दिन में प्रत्येक खंड में दो-दो पारी में तौल किए जाएगा. दो खंडों का तौल जिला मुख्यालय में किया जाएगा. वहीं एक खंड में आने वाले किसानों की अफीम का तौल निम्बाहेड़ा में किया जाएगा. इस तरह से जिला मुख्यालय पर 400 किसान अफीम तुलवाने आएंगे. सभी किसानों को सुबह ही बुलाया गया है. सुरक्षा को लेकर खतरा ना हो इसलिए रात को नहीं बुलाया गया. उप नारकोटिक्स आयुक्त शर्मा के अनुसार चित्तौड़गढ़ में होने वाले दोनों खंडों में तौल कार्य अप्रैल माह में ही खत्म हो जाएगा, जबकि निम्बाहेड़ा में किसान अधिक होने से मई माह में अफीम का तौल खत्म होगा. बाद में कोई गाइड लाइन जारी होती है तो फिर उसके अनुसार किसानों को बुलाया जाएगा.

तौल से पूर्व हो जाएगा हकाई का कार्य

जानकारी में सामने आया कि हर वर्ष कई किसान अफीम हकाई के लिए आवेदन करते हैं. फसल की हकाई का कार्य विभागीय अधिकारियों की देख-रेख में ही होता है. इस वर्ष हकाई का कार्य भी जिले में लगभग पूर्ण हो चुका है. हकाई कार्य के लिए विभाग की आठ टीमें लगी हुई है. इस बार खंड प्रथम में 177, द्वितीय में 236 व तृतीय में 85 आवेदन हकाई के लिए आए थे. इनमें 60 आवेदन लम्बित है. आगामी दो दिन में हकाई का कार्य भी पूरा हो जाएगा.

चित्तौड़गढ़. केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की ओर से काले सोने के रूप में शुमार अफीम का तौल 7 अप्रैल से शुरू किया जाएगा. अफीम के तौल को लेकर नारकोटिक्स महकमा तैयारियों में जुट गया है. हाल ही में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के कारण कोविड गाइडलाइन के अनुसार अफीम का तौल होगा. बिना मास्क के आने पर भीतर प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. जानकारी के अनुसार केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की ओर से अफीम की फसल के तौल को लेकर कार्यक्रम तय कर दिया है. आगामी 7 अप्रैल से अफीम तौल का कार्य शुरू होगा. जिले में इस बार कुल 15,368 काश्तकार अफीम का तौल करवाएंगे.

इस बार जिला अफीम अधिकारी खंड प्रथम में 5140, द्वितीय में 4600 और तृतीय में 5628 काश्तकार है. वहीं बढ़ते हुए कोरोना के मामले को देखते हुए गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी कोरोना गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखा जाएगा. बिना मास्क के किसी का तौल नहीं किया जाएगा. वहीं, बाहर सैनिटाइजर रखा जाएगा, जहां काश्तकार अपना हाथ सैनिटाइज करके ही अंदर आ सकते हैं. इसके अलावा एक-एक काश्तकार का टेंपरेचर भी चेक किया जाएगा. वहीं, सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए गोले बनाए गए हैं. उसी के अनुसार किसान अपना तौल करवाएगा.

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उप नारकोटिक्स आयुक्त कोटा विकास शर्मा ने बताया कि प्रत्येक खंड में रोजाना 200 किसानों को बुलाया गया है. कुल मिला कर तीनों खंडों में 600 किसान आएंगे. इस दौरान भीड़ एकत्रित ना हो इसके लिए एक दिन में प्रत्येक खंड में दो-दो पारी में तौल किए जाएगा. दो खंडों का तौल जिला मुख्यालय में किया जाएगा. वहीं एक खंड में आने वाले किसानों की अफीम का तौल निम्बाहेड़ा में किया जाएगा. इस तरह से जिला मुख्यालय पर 400 किसान अफीम तुलवाने आएंगे. सभी किसानों को सुबह ही बुलाया गया है. सुरक्षा को लेकर खतरा ना हो इसलिए रात को नहीं बुलाया गया. उप नारकोटिक्स आयुक्त शर्मा के अनुसार चित्तौड़गढ़ में होने वाले दोनों खंडों में तौल कार्य अप्रैल माह में ही खत्म हो जाएगा, जबकि निम्बाहेड़ा में किसान अधिक होने से मई माह में अफीम का तौल खत्म होगा. बाद में कोई गाइड लाइन जारी होती है तो फिर उसके अनुसार किसानों को बुलाया जाएगा.

तौल से पूर्व हो जाएगा हकाई का कार्य

जानकारी में सामने आया कि हर वर्ष कई किसान अफीम हकाई के लिए आवेदन करते हैं. फसल की हकाई का कार्य विभागीय अधिकारियों की देख-रेख में ही होता है. इस वर्ष हकाई का कार्य भी जिले में लगभग पूर्ण हो चुका है. हकाई कार्य के लिए विभाग की आठ टीमें लगी हुई है. इस बार खंड प्रथम में 177, द्वितीय में 236 व तृतीय में 85 आवेदन हकाई के लिए आए थे. इनमें 60 आवेदन लम्बित है. आगामी दो दिन में हकाई का कार्य भी पूरा हो जाएगा.

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