अलवर. थानागाजी में दलित विवाहिता के साथ में सामूहिक दुष्कर्म के मामले में अलवर पुलिस ने 18 मई को एसटी-एससी कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी. 500 पेज की इस चार्जशीट की स्क्रूटनी 21 मई को न्यायालय में होगी. तो वहीं दूसरी तरफ अलवर पुलिस ने आईटी एक्ट की धाराओं में भी जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
सामूहिक दुष्कर्म के मामले में अलवर पुलिस अब फुर्ती दिखा रही है. 26 अप्रैल को थानागाजी में 5 दरिंदों ने एक दलित विवाहिता के साथ हैवानियत को अंजाम दिया था. 30 अप्रैल को इस मामले में पीड़िता और उसके परिजन अलवर एसपी के पास पहुंचे और मामले की शिकायत दी. उनके आदेश पर 2 मई को अलवर के थानागाजी थाने में मामला दर्ज हुआ. तो वहीं 7 तारीख को यह मामला सबके सामने आया. उसके बाद 8 मई को अलवर पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए दो लोगों को हिरासत में लिया.
पुलिस ने एफआईआर दर्ज होने के 16 दिन बाद शनिवार को एसटी-एससी कोर्ट में इस मामले की चार्जशीट दाखिल कर दी. अलवर एसपी पारिस देशमुख ने बताया के इंद्राज, हंसराज उर्फ हनसा, महेश, अशोक, छोटे उर्फ छोटे लाल व मुकेश को दोषी मानते हुए गिरफ्तार किया गया. तो इन्होंने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूला. अलवर पुलिस ने इस मामले में आरोपियों पर पीड़ित को बीच रास्ते में रोकने, अपहरण करने, जाति सूचक शब्द कहने, गैंगरेप, एसटी-एससी की धाराएं, नग्न करने, वीडियो बनाने सहित अन्य आरोपों के आधार पर चार्जशीट तैयार की है.
अलवर एसपी ने बताया 21 तारीख को चार्जशीट की स्क्रूटनी होगी. उसके बाद इस मामले में बहस की तारीख निर्धारित की जाएगी. जल्द से जल्द मामले में फैसला देने व प्रतिदिन सुनवाई करने के लिए न्यायालय से मांग की गई है. दूसरी तरफ पुलिस ने आईटी एक्ट में अलवर शहर कोतवाली में एक मामला दर्ज करते हुए. फेसबुक पर वीडियो डालने, व्हाट्सएप पर वीडियो वायरल करने, यूट्यूब चैनल के माध्यम से वीडियो चलाने सहित अन्य मामलों के तहत जांच पड़ताल की जाएगी.