बाड़मेर. जिले के जसोल कस्बे में रविवार को दोपहर रामकथा के दौरान अचानक तेज आंधी के चलते पंडाल गिर जाने से अफरा-तफरी मच गई. वहीं बारिश के चलते पांडाल में कई जगह पर करंट फैल गया. जिसके चलते 14 लोगों की मौत हो गई. वहीं 50 से अधिक लोग घायल हैं.
हादसे में घायलों को बालोतरा कस्बे के नाहटा अस्पताल और निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. घटना के बाद पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और सैकड़ों लोगों को वहां से रेस्क्यू कर बाहर निकाला. ऐसा बताया जा रहा है कि यह कथा शनिवार को शुरू हुई थी और रविवार को कथा का दूसरा दिन था. यह कथा 30 तारीख तक चलने वाली थी. इसके बाद आनन-फानन में लोगों को जसोल से एंबुलेंस निजी एंबुलेंस से बालोतरा लाया गया. जहां उनका इलाज किया जा रहा है. वहीं मृतक में दो महिलाएं बताई जा रही है. यह लोग सभी बालोतरा उसके आसपास के रहने वाले बताए जा रहे हैं.
घटना में घायलों को लाने के लिए एंबुलेंस के साथ निजी वाहनों को भी कतार में लग लगाना पड़ा. एक साथ 50 से अधिक घायलों के अस्पताल पहुंचाने पर चिकित्सक के हाथ-पैर फूल गए. सूचना पर पूरा स्टाफ तुरंत अस्पताल पहुंचा और घायलों का इलाज शुरू किया. वहीं घटना की सूचना मिलते ही बाड़मेर के जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता बालोतरा पहुंचे.
जानकारी के अनुसार श्री माता रानी भटियाणी ट्रस्ट की ओर से श्री राम कथा का आयोजन किया जा रहा था. 1 दिन पूर्व ही कथा आरंभ हुई थी. रविवार को दूसरे दिन कथा चल रहा था. इस दौरान तेज आंधी आई. जिससे वहां पांडाल में बैठे श्रद्धालुओं पर गिर गया. इस दौरान करंट दौड़ गया. जिसके चपेट में आने से 14 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए.