अलवर. कोरोना वायरस (corona virus) की दूसरी लहर से पूरे देश में विषम हालात उत्पन्न हो गए हैं. हालांकि पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमित मरीजों के आकड़ों में कमी आई हैं, लेकिन फिर भी रोजाना नए मरीज सामने आ रहे हैं. वहीं मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. ऐसे में सरकार ने संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन (lockdown) के तहत सख्त पाबंदियां लगा रखी है, जिसके चलते रोजी-रोटी कमाने वालों पर इस वक्त संकट गहराया हुआ है.
मदद के लिए बढ़े हाथ
लॉकडाउन के दौरान घर के दैनिक खर्चें लिए भी लोगों को जूझना पड़ रहा है. संकट की इस घड़ी में एक बार फिर भामाशाह और स्वयंसेवी संस्थाओं ने दिहाड़ी मजदूरों, गरीब वर्ग के लोगों की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाएं हैं. इस बीच खटीक समाज ने ग्रामीण परिवेश में रहने वाले गरीब तबके के लोगों को राशन किट और अस्पतालों के लिए 20 बेड, साइड टेबल, स्ट्रेचर, लॉकर, स्टैंड सहित अन्य जरूरी सामान दिए हैं.
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लॉकडाउन में बढ़ीं मुश्किलें
मंत्री टीकाराम जूली ने बताया कि लॉकडाउन में बंद के चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शहर के समाजसेवियों, भामाशाहों और जागृत समाज के लोगों ने समय-समय पर लोगों की सहायता की है.