जयपुर. प्रदेश में जौहर और सती प्रथा को लेकर उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक तरफ जहां भाजपा प्रदेश सरकार को लगातार घेर रही है. वहीं अब खुद शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के सामने उनके मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास हैं. साथ ही वरिष्ठ कांग्रेस नेता गोपाल सिंह ईडवा भी आ गए हैं.
दरअसल, जौहर और सती प्रथा को एक ही बता कर अपनों में ही शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा घिर गए है. जहां पहले प्रताप सिंह खाचरिवास ने शिक्षा पाठ्यक्रमों में हो रहे बदलाव पर आपत्ति उठाई. तो वहीं अब प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष गोपाल सिंह ईडवा ने कहा कि जिस जौहर के कार्यक्रम में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तक आ चुके हों, उसकी कैसे सती प्रथा से तुलना की जा सकती है.
सरकार के हिसाब से इतिहास नहीं बदल सकता: खाचरियावास
आपको बता दें कि इससे पहले कांग्रेस के कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने साफ तौर पर कहा था कि इतिहास पर बोलने से पहले हर किसी को पढ़ने की जरूरत होती है. बिना सोचे समझे भावनात्मक मुद्दों पर चाहे कांग्रेस के नेता हो या बीजेपी के नेता हो बयानबाजी नहीं करनी चाहिए. सिर्फ मंत्री का पद होने पर हम इतिहास के पन्ने नहीं बदल सकते हैं. चित्तौड़ का जहां पर नाम आएगा वहां पर जौहर का नाम जरूर आएगा.
मैं मंत्री से बिल्कुल सहमत नहीं: ईडवा
वहीं इसी मामले पर पूर्व सांसद और कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल सिंह शेखावत का भी कड़ा रुख गोविंद सिंह डोटासरा को लेकर सामने आया है. गोपाल सिंह ईडवा ने कहा कि मैं मंत्री से बिल्कुल सहमत नहीं हूं. जौहर के संदर्भ में छेड़छाड़ करना ना तो ऐतिहासिक दृष्टि से ठीक है ना ही सामाजिक दृष्टि से. वहीं इस पूरे मामले पर उन्होंने कहा कि मैंने सचिन पायलट से इस बारे में बात की है और मुख्यमंत्री को भी शिकायत देंगे. गोपाल सिंह ने कहा कि जिस जौहर के कार्यक्रम में देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तक आए हो उसका पता नहीं करना चाहिए था. उन्होंने साफ कहा कि मंत्री को यह बात पता कर लेनी चाहिए और अगर पता नहीं है तो हम उनको बता रहे है कि सती और जौहर में ये फर्क है.
पढ़िए कैसे बढ़ा विवाद
दरअसल, ये पूरा विवाद वीर सावरकर के अध्याय में बदलाव के बाद से पाठ्यपुस्तक के कवर पेज पर लगी जौहर की फोटो को हटाने से खड़ा हुआ. हुआ यूं कि आठवीं कक्षा की अंग्रेजी की किताब के कवर पेज पर जौहर की फोटो लगी हुई थी, जिसे हटा दिया गया. इसी मुद्दे को लेकर विवाद और बढ़ चुका है.