श्रीगंगानगर. रायसिंहनगर नई धान मण्डी में इन दिनों फसलों की आवक का सीजन शुरू हो गया है. यहां गेहूं, सरसों और जौ आदि फसलों की आवक शुरू होने से नई धान मण्डी में कामकाज के साथ चहल पहल भी काफी शुरू हो गई है, लेकिन कृषि उपज मण्डी समिति की लापरवाही कहे या अनदेखी मण्डी में आने वाले काश्तकार को अपनी फसल की सैम्पल जांच के लिए कभी कभार इधर-उधर भटकने पर मजबूर होना पड़ता है.
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कृषि जिन्सों की सैम्पल जांच मशीन लगी हुई है, जिसके जरिए सरसों की गुणवता जांच बिलकुल निशुल्क है, लेकिन सबसे बड़ी समस्या ये हैं कि जब विद्युत कट लग जाता है, तो लाइट बैकअप की कोई सुविधा नहीं होने से मशीन बंद हो जाती है और काश्तकार को मजबूरन पैसे देकर प्राइवेट लैब से सैम्पल जांच करवानी पड़ती है.
काश्तकार रणजीत सिंह, गोवर्धन, गोविन्द, देशराज, गुरविन्द्र आदि ने बताया कि कई दिन से ये हाल है कि नई धान मण्डी एरिया में सुबह 10 बजे से 1 बजे तक विद्युत कट लग रहा है और इसके अलावा भी लाइट आने-जाने का कोई समय निश्चित नहीं है. ऐसे में मशीन बंद होने से किसान कई-कई घण्टे परेशान रहता है या फिर प्राइवेट लैब जाकर पैसे देने पड़ते हैं. मण्डी समिति अधिकारी भी कह देते हैं कि लाइट आएगी तो मशीन चलेगी.
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वहीं कृषि उपज मण्डी समित में लाखों की लागत से लगा सोलर प्लांट भी खराब होने के कारण धुल फांक रहा है. काश्तकारों को सुविधा देने के नाम पर सरकार लाखों चर्च कर रही है, लेकिन विभागीय अनदेखी के चलते ये सुविधाएं काश्तकारों के लिए दुविधाएं पैदा कर रही है और विद्युत कट के दौरान लाइट का कोई इंतजाम नहीं होने से परेशान काश्तकार भटकने को मजबूर है.