जयपुर. राजस्थान में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को लेकर अब एक नया बवाल शुरू हो गया है. पूरा विश्व जब 21 जून को हिंदुस्तान की पहल के बाद अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहा होगा. तब राजस्थान के स्कूलों में इसे लेकर अलग ही स्थिति नजर आएगी. क्योंकि राजस्थान के स्कूलों में इन दिनों ग्रीष्मावकाश चल रहा है और स्कूल दोबारा 24 जून को ही शुरू होनी है. ऐसे में सरकार का कहना है कि वह योग दिवस तो मनाएगी. लेकिन. किसी बच्चे पर यह दबाव नहीं होगा कि वह अपने स्कूल में आकर योग कार्यक्रम में भाग ले.
21 को योग दिवस..23 तक स्कूलों की छुट्टी
दरअसल, 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है. लेकिन, राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने शिक्षा विभाग के सत्र का कैलेंडर ही कुछ इस तरीके से तैयार किया है कि स्कूलों में 23 जून तक गर्मियों की छुट्टियां मुकर्रर कर दी गई है. अब भला जब भीषण गर्मी के चलते गर्मी की छुट्टियां हैं तो विद्यार्थी और अध्यापक क्यों स्कूल में आने लगे.
बच्चों और शिक्षकों को स्कूल आना बाध्य नहीं
वहीं गहलोत सरकार के शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा ने साफ किया है कि गर्मी की छुट्टियां तो 24 जून तक ही रहेगी. लेकिन, योग दिवस के लिए 21 जून को 1 घंटे के लिए स्कूल खुलेंगे. ऐसे स्कूल के टीचरों और बच्चों के लिए एक रियायत राजस्थान सरकार ने कर दी है. जिसके तहत यदि कोई टीचर और स्टूडेंट गर्मी की छुट्टियों में बाहर गया हुआ है. तो उसे अपने स्कूल में आकर योग करने की बाध्यता नहीं है. वह अपने किसी नजदीकी स्कूल में ही योग कर सकता है.
योग के बहाने पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार पर साधा निशाना
वहीं शिक्षा मंत्री ने तो यह तक कह दिया कि उनकी सरकार पिछली वसुंधरा राजे सरकार की तरह नौटंकी नहीं करती है. उनके मंत्री या विधायकों को योग करना होगा तो वह अपने घरों पर कर लेंगे. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह जरूर देखना चाहेंगे कि वसुंधरा राजे और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य इस बार कहां योग करते हैं.
दरअसल, पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के समय योग दिवस के लिए स्कूल 19 जून को ही खुल जाते थे और 21 जून को योग दिवस मना लिया जाता था. लेकिन कांग्रेस सरकार ने कुछ दिन पहले ही स्कूलों का कैलेंडर बदल दिया है. इस परिवर्तन के बाद यह सवाल उठने लगे थे कि जब पूरा विश्व हिंदुस्तान की पहल पर योग दिवस मना रहा था और पिछले साल सरकारी कार्यक्रम में वसुंधरा राजे और योग गुरु बाबा रामदेव की मौजूदगी में कोटा में एक लाख से ज्यादा लोगों के साथ योगाभ्यास किया था. जिसे गिनीज बुक में भी दर्ज करवाया गया था. ऐसे में अब राजस्थान की नई कांग्रेस सरकार बस नाम के लिए योग दिवस मनाने के संकेत दे रही है.