जयपुर. मोदी कैबिनेट में कैलाश चौधरी को शामिल करने पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है. कांग्रेस का कहना है कि इतना बड़ा बहुमत मिलने के बाद भी आपराधिक प्रवृत्ति के कैलाश चौधरी को कैबिनेट में शामिल किया जा रहा है, जो देश के लिए दुर्भाग्य की बात है. आज भी अगर राजस्थान पुलिस की वेबसाइट पर जाएंगे तो कैलाश चौधरी के नाम के आगे हिस्ट्रीशीटर लिखा हुआ है.
गुरुवार को पूरे देश की नजर मोदी कैबिनेट के गठन पर टिकी हुई है. हर कोई जानना चाह रहा है कि राजस्थान से मोदी के मंत्रिमंडल में कौन शामिल होने जा रहा है. ऐसे में बाड़मेर से सांसद कैलाश चौधरी का भी नाम आ रहा है कि उन्हें प्रधानमंत्री मोदी की कैबिनेट में शामिल किया जाएगा. हालांकि, यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तय करेंगे कि वह किसे अपनी कैबिनेट में शामिल करते हैं. लेकिन, जिस तरीके की बातें निकल कर आ रही हैं उससे लगता है कि कैलाश चौधरी भी कैबिनेट का हिस्सा हो सकते हैं. हालांकि, अभी कैलाश चौधरी को मंत्री पद मिला भी नहीं है उससे पहले ही कांग्रेस ने चौधरी के आपराधिक मामलों की बात उठाते हुए कहा है कि पहले तो भाजपा ने एक आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति को टिकट दिया और अब उन्हें कैबिनेट में शामिल करने की बात चल रही है.
कांग्रेस उपाध्यक्ष अर्चना शर्मा ने गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कहा कि पहले तो भाजपा ने एक आपराधिक पृष्ठभूमि के व्यक्ति को टिकट दिया. अब वह जीत भी गए हैं तो उन्हें मंत्री बनाने की बात चल रही है. इतने बड़े बहुमत के बाद भी अगर मोदी कैबिनेट में इन्हें शामिल किया जाता है तो यह दुर्भाग्य की बात होगी. खास बात यह है कि सांसद कैलाश चौधरी का नाम आज भी राजस्थान पुलिस की वेबसाइट पर एक हिस्ट्रीशीटर के तौर पर दर्ज है. इसमें भी खास बात यह है कि कैलाश चौधरी की आयु इसमें 38 साल दिखाई गई है जबकि कैलाश चौधरी अब 46 साल के हो चुके हैं. इसका मतलब साफ है कि बीते 8 साल से कैलाश चौधरी का नाम इस वेबसाइट में लिखा हुआ है, जिसे अब भी नहीं हटाया गया है. जबकि इसके बाद वह एक बार विधायक रह चुके हैं और वर्तमान में भाजपा के बाड़मेर से सांसद का चुनाव जीत गए हैं. ऐसे में कांग्रेस ने मौके का फायदा उठाते हुए कैलाश चौधरी के नाम पर आपत्ति दर्ज करवा दी है. अब देखना यह होगा कि कांग्रेस की आपत्ति का भाजपा पर कितना असर होता है.