चित्तौड़गढ़. जिला कलेक्टर केके शर्मा ने गुरुवार को कोरोना महामारी रोकथाम को लेकर नगर परिषद सभागार में समस्त पार्षदों की बैठक ली. बैठक के दौरान जिला कलेक्टर केके शर्मा ने कोरोना वायरस बीमारी के प्रति हो रहे रही लापरवाही को लेकर अपनी नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस काफी बढ़ता जा रहा है, जो कि एक चिंता का विषय है. इस बैठक में अधिकारियों के साथ ही नगर परिषद के कई पार्षद मौजूद रहे.
जानकारी के अनुसार बैठक में जिला कलेक्टर केके शर्मा ने कहा कि कोरोना का हम इससे पहले भी दौर देख चुके हैं. उस समय प्रतिदिन 60, 70, 80 केस आ रहे थे. कई बार तो ऐसे दिन भी गए हैं, जहां केस सैकड़ा पार कर लिया हो. चित्तौड़गढ़ शहर और निंबाहेड़ा में काफी पॉजिटिव आए थे. हमारे द्वारा एक मोबाइल टीम बनाई गई, जो घूम-घूम कर फीडबैक लेती है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि पॉजिटिव लोग जिनके घर में है, उन्हें आइसोलेट नहीं करना चाहते. उनके संपर्क में आने वाले सभी लोग इस बीमारी के चपेट में आ सकते हैं.
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इस बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिम्मत सिंह देवल, सभापति संदीप शर्मा, सीएमएचओ डॉ. रामकेश गुर्जर, पीएमओ डॉ दिनेश वैष्णव ने भी सम्बोधित किया. पार्षदों ने जिला कलेक्टर केके शर्मा से आग्रह किया कि शहरी क्षेत्रों में कड़ाई से कोविड-19 गाइडलाइन की पालना करवानी चाहिए. वहीं पार्षद गणों ने भी अपने-अपने सुझाव दिए. किसी ने बताया कि गांव से यहां मजदूर काम करने आते हैं और भीड़ भाड़ वाली जगह पर भी जाते हैं. वहीं शादियों पर रोक लगाने को लेकर पर चर्चा की गई.