टोंक. जेल में बंद कैदियों को डॉक्टर्स ने कोरोना महामारी के खतरे और वैक्सीन (vaccine) के फायदे की जानकारी देते हुए वैक्सीन लगवाने को तैयार किया. इस बीच कोरोना संक्रमण (corona infection) से बचाने के लिए 18 वर्ष से 44 वर्ष आयु वर्ग के 66 बंदियों को वैक्सीन की पहली डोज लगवाई गई. इसके लिए कारागृह में कैंप आयोजित किया गया.
टोंक जेल चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर जसवंत चौधरी और नर्सिंग अधिकारी सुरेंद्र शर्मा ने बंदियों को वैक्सीनेशन के फायदे बताकर जानकारी दी. बता दें कि 45 वर्ष से अधिक आयु के 34 बंदियों को पहले ही वैक्सीन लगवाई जा चुकी है.
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अब तक 13 मई के बाद जेल में प्रवेश हुए नए बंदी एवं स्थानांतरण पर जिला कारागृह चित्तौड़गढ़ से प्राप्त बंदियों के वैक्सीन लगवा कर कारागृह ने आज पुनः शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूर्ण कर लिया है. 18 से 44 आयु वर्ग के और 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी बंदियों को प्रथम टीकाकरण लगवाया गया है. बता दें कि सरकार की ओर से बंदियों के वैक्सीनेशन के लिए पहचान पत्र की अनिवार्यता भी समाप्त कर दी गई है और इसका फायदा यह हुआ है कि अब तक टोंक जेल में बंद 100 कैदियों के वैक्सीनेशन हो चुका है.